12th board exam: CBSE की 12वीं की परीक्षाएं रद्द होने के बाद कई राज्यों ने अपने यहां इन इम्तहानों को रद्द करने के फैसले लिए हैं. इसी कड़ी में गुरुवार को उत्तर प्रदेश सरकार ने भी बड़ा फैसला करते हुए राज्य में 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं (UP board exams) को रद्द कर है.
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने राज्य सरकार के इस फैसले की जानकारी दी है. UP में इससे पहले 10वीं की परीक्षाओं को रद्द किया जा चुका है.
राज्य सरकार के इस फैसले से यूपी बोर्ड में 12वीं की परीक्षा (UP board exams) देने वाले करीब 26 लाख छात्रों को राहत मिलेगी.
गौरतलब है कि कोविड की दूसरी लहर के चलते लगातार छात्रों, पेरेंट्स और शिक्षकों की ओर से इन परीक्षाओं को लेकर बेचैनी बनी हुई थी.
गुरुवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारियों की एक बैठक हुई. इसके बाद छात्रों को राहत देने के लिए इन परीक्षाओं को रद्द करने का ऐलान किया गया है.
ये बोर्ड भी रद्द कर चुके 12वीं की परीक्षा
इससे पहले HBSE, RBSE, MP बोर्ड, गोवा और काउंसिल फॉर इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशंस (CISCE) समेत कई दूसरे बोर्ड भी 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर चुके हैं.
CBSE की 12वीं की परीक्षा हो चुकी है रद्द
कोविड की दूसरी लहर से मची तबाही, तीसरी लहर के खतरे और अगली लहर के बच्चों के लिए घातक होने की आशंकाओं के चलते CBSE की 12वीं परीक्षा को लेकर छात्रों और पेरेंट्स में गुजरे कुछ वक्त से लगातार बेचैनी बनी हुई थी.
अलग-अलग तबकों और राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी ये मांग आ रही थी कि सरकार को इस पर फैसला करते हुए इन परीक्षाओं को रद्द किया जाना चाहिए.
इसे देखते हुए मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में एक रिव्यू मीटिंग हुई. इस मीटिंग में CBSE की 12वीं की परीक्षाओं को रद्द करने का फैसला किया गया है.
पीएम मोदी ने कहा है कि छात्रों, पेरेंट्स और शिक्षकों की बेचैनी को खत्म करना जरूरी है. पीएम ने कहा है कि छात्रों को तनावपूर्ण माहौल में परीक्षाएं देने के लिए मजबूर नहीं किया जाना चाहिए.