लखनऊ से गुरुग्राम शिफ्ट हो रहे मुदित मकान की तलाश में हैं. मुदित ने एक पोर्टल पर फ्लैट का विज्ञापन देखा. फोन करने पर उसने दो महीने का किराया और एक महीने की सिक्योरिटी मनी मिलाकर 90 हजार रुपए मांगे. कहीं मकान हाथ से न निकल जाए इसलिए उन्होंने दो महीने का एडवांस ऑनलाइन वॉलेट में भेज दो. मकान मालिक का यह झांसा था. मुदित के पैसे ट्रांसफर करते ही कथित प्रॉपर्टी ओनर गायब हो गया. हाल ही में बेंगलुरु में घर तलाश रहे एक इंजीनियर के साथ भी इसी तरह की घटना घटी थी.
पीड़ित इंजीनियर का कहना है कि उसने नो ब्रोकर जैसे रेप्युटेड पोर्टल पर ऐड देखा, इसलिए भरोसा करके पैसे भेज दिए. वहीं ‘नो ब्रोकर’ ने वो ऐड हटा दिया और उसका कहना है कि इसमें वो कुछ नहीं कर सकते क्योंकि व्यक्ति ने न तो फ्लैट विजिट किया और न ही कथित मकान मालिक से मुलाकात की… पूरी जानकारी के बगैर ही कई बार उसे पेमेंट कर दी… इस तरह की ठगी में घर खरीदार का ढीला रवैया भारी पड़ जाता है.
ठगी के ऐसे कई मामले सामने आए हैं जिनमें साइबर ठग फेक फ्लैट्स के ऐड देते हैं. इनमें लोगों से यही कहा जाता है कि पहले एक-दो महीने का रेंट, सिक्योरिटी मनी या कुछ टोकन अमाउंट भेजें…जैसे ही उन्हें पैसे भेजे जाते हैं कुछ देर बाद ठग गायब हो जाते हैं. कई बड़े शहरों में ऐसे मामले सामने आए हैं, खासकर उन शहरों में जहां काम के लिए लोग बाहर से आकर रहते हैं.
क्या कहते हैं आंकड़े? NoBroker के Rental Market Trends 2023 सर्वे के मुताबिक भारत में करीब 43 फीसद किराएदार घर तलाशने के लिए रियल एस्टेट वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं. सालाना आधार पर इसमें 35 फीसद से ज्यादा की तेजी देखी गई है. जो लोग ऑनलाइन घर तलाश रहे हैं, उनमें 32 फीसद लोग ऐसे हैं जिनकी औसत उम्र 25 से 35 साल है…यानी की वर्किंग क्लास के लोग हैं.
जालसाज जानते हैं कि सही अपार्टमेंट ढूंढ़ना एक आसान काम नहीं है और लोग अच्छे अपार्टमेंट की तस्वीरें देखकर खिंचे चले आते हैं. भागदौड़ भरी इस दुनिया में लोग एक अलग हड़बड़ी में रहते हैं, समय की कमी है और इसलिए ऑनलाइन साइट्स उनकी परेशानियों को काफी हद तक कम कर देती हैं. फ्रॉडस्टर इसी बात का फायदा उठाते हैं.
आप मॉडस ऑपरेंडी तो समझ गए लेकिन अब एक जरूरी सवाल ये उठता है कि इसकी शिकायत कहां और कैसे करें… तो इसकी शिकायत आपNational cybercrime reporting portal – cybercrime.gov.in पर या toll-free national helpline number 1930 पर कर सकते हैं.. मुदित की तरह ठगी से बचना है तो ऑनलाइन फ्लैट तलाशते समय जागते रहिए. कुछ बातें ऐसी हैं जिन्हें सुनकर आपको सतर्क हो जाना चाहिए. जैसे फर्जी मकान मालिक आपसे सबसे पहले ऑनलाइन पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहेगा. आमने-सामने मिले बिना ही जिद्द करेगा कि आप पैसे तुरंत भेज दें. अगर आप मिलने की बात पर अड़ेंगे तो कहेगा कि वो किसी दूसरे शहर में है या फिर देश से बाहर है. लेकिन इन बातों को सुनकर आपके कान खड़े हो जाने चाहिए. इस तरह आप ठगी से बच सकते हैं.
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