तोक्यो ओलंपिक की तैयारियों में लगे भारतीय पहलवान बजरंग पूनिया (Bajrang Poonia) ने आखिरी 30 सेकेंड में दो अंक बनाकर माटियो पेलिकोन रैंकिंग कुश्ती सीरीज में स्वर्ण पदक जीतकर अपने खिताब का बचाव किया जिससे उन्होंने अपने वजन वर्ग में फिर से नंबर एक रैंकिंग हासिल कर ली.
मंगोलिया के तुल्गा तुमूर ओचिर के खिलाफ 65 किग्रा के फाइनल में बजरंग अंतिम क्षणों तक 0-2 से पीछे चल रहे थे लेकिन आखिरी 30 सेकेंड में उन्होंने दो अंक बनाकर स्कोर बराबर कर दिया.
रविवार को हुए इस मुकाबले में भारतीय पहलवान (Bajrang Poonia) ने अंतिम अंक बनाया था और इस आधार पर उन्हें विजेता घोषित किया गया.
बजरंग के रक्षण में सुधार दिख रहा था लेकिन इस 27 वर्षीय पहलवान ने कहा कि उन्हें अपने रक्षण पर अधिक काम करने की जरूरत है.
बजरंग (Bajrang Poonia) ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘मैंने पाया कि ब्रेक (कोरोना वायरस के कारण) से पहले की तुलना में मेरे रक्षण में सुधार हुआ है लेकिन अभी इस पर और काम करने की जरूरत है। मुझे अपने आक्रामक मूव को भी बेहतर करना होगा.’’
मंगोलियाई खिलाड़ी के खिलाफ फाइनल में संघर्ष के बारे में बजरंग (Bajrang Poonia) ने कहा कि यह काफी मुश्किल मुकाबला था.
उन्होंने कहा, ‘‘देखिये 65 किग्रा वर्ग काफी प्रतिस्पर्धी है। मंगोलियाई खिलाड़ी ने तोक्यो खेलों के लिये क्वालीफाई किया है. वह कमजोर प्रतिद्वंद्वी नहीं है। इस वजन वर्ग के सभी पहलवानों का लक्ष्य तोक्यो में अच्छा प्रदर्शन करना है इसलिए सभी कड़ी चुनौती पेश करते हैं. हम सबका स्तर एक समान है. ’’
बजरंग (Bajrang Poonia) अब राष्ट्रीय शिविर में वापसी करेंगे लेकिन वह नौ से 11 अप्रैल के बीच कजाखस्तान में होने वाली एशियाई चैंपियनिशप से पहले विदेश में अभ्यास करना चाहते हैं.
उन्होंने कहा, ‘‘मैं विदेश में अभ्यास करना चाहता हूं. देखते हैं कि यह संभव हो पाता है या नहीं क्योंकि वायरस के मामले बढ़ने के कारण यूरोप में फिर से यात्रा प्रतिबंध लगा दिये गये हैं. आजकल यात्रा करना आसान नहीं है. आपको कई फार्म भरने होते हैं. एप्स डाउनलोड करने पड़ते हैं और कई तरह की जानकारी देनी होती है. ’’
बजरंग (Bajrang Poonia) इस प्रतियोगिता से पहले अपने वजन वर्ग की रैंकिंग में दूसरे स्थान पर थे लेकिन यहां 14 अंक हासिल करने से वह शीर्ष पर पहुंच गये. ताजा रैंकिंग केवल इस टूर्नामेंट के परिणाम पर आधारित है और इसलिए स्वर्ण पदक जीतने वाला पहलवान नंबर एक रैंकिंग हासिल कर रहा है.
विशाल कालीरमण ने गैर ओलंपिक वर्ग 70 किग्रा में प्रभावित किया. उन्होंने कजाखस्तान के सीरबाज तालगत को 5-1 से हराकर कांस्य पदक जीता.
इस बीच चार साल के डोपिंग प्रतिबंध के बाद प्रतिस्पर्धी कुश्ती में वापसी करने वाले नरसिंह पंचम यादव कांस्य पदक के मुकाबले कजाखस्तान के दानियार कैसानोव से हार गये.
भारत ने साल की इस पहली रैंकिंग सीरीज में सात पदक जीते. महिला वर्ग में विनेश फोगाट ने स्वर्ण और सरिता मोर ने रजत पदक जीता था.
ग्रीको रोमन के पहलवान नीरज (63 किग्रा), कुलदीप मलिक (72 किग्रा) और नवीन (130 किग्रा) ने कांस्य पदक जीते थे.
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