कविता सुब्रमण्यन
Gold investment is an Eternal Investment Choice: भारत में इंवेस्टमेंट आउटलुक में तेजी देखी जा रही है. हम धीरे-धीरे बचत करने वाले लोगों की अर्थव्यवस्था से निवेशकों की अर्थव्यवस्था में बदल रहे हैं. निवेश विकल्पों की एक विस्तृत श्रृंखला (स्टॉक, म्यूचुअल फंड, आईपीओ, सोना और फिक्स्ड इनकम प्रोडक्ट्स) से निवेशकों को अपने पोर्टफोलियो को व्यापक बनाने और सही निवेश करने में मदद मिली है. इसमें सही शैक्षिक संसाधनों तक पहुंच की सुविधा ने भी निवेशकों की मदद की है. हालांकि, निवेश के इतने सारे तौर-तरीकों के बावजूद, सोना भारतीयों के लिए सबसे पुराने और सबसे पसंदीदा निवेश विकल्पों में से एक है, जिसका एक मजबूत सांस्कृतिक इतिहास है. पिछले कुछ वर्षों में सोने में जोरदार तेजी देखी गई है, कैलेंडर वर्ष 2023 में लगभग 25 प्रतिशत और 2024 में करीब 12 प्रतिशत (रुपए के संदर्भ में) की वृद्धि हुई है. इससे पता चलता है कि निवेश विकल्प के रूप में सोने के प्रति लोगों की दिलचस्पी अचानक बढ़ने लगी है. ऐसे कई कारण हैं कि सोने में निवेश करना एक अच्छा विकल्प है और हमेशा रहेगा.
महंगाई के विरुद्ध बचाव के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है: जैसे-जैसे महंगाई बढ़ती है, मुद्रा की क्रय शक्ति घटती जाती है. पूरे इतिहास में, लंबी अवधि में सोने की तुलना में अधिकांश प्रमुख मुद्राओं का मूल्य घटा हुआ है. इस प्रकार, सोना इन महंगाई के दबावों के खिलाफ़ बचाव का काम करता है, जो समय के साथ धन को सुरक्षित रखने का एक साधन भी उपनब्ध करता है.
अपेक्षाकृत कम जोखिम: सोने में निवेश करना यह सुनिश्चित करने का एक तरीका है कि आपका पोर्टफोलियो बाज़ार की गतिविधियों और उतार-चढ़ाव को लेकर पूरी तरह तैयार है. सोना पोर्टफोलियो की अस्थिरता को कम करता है क्योंकि अन्य परिसंपत्ति वर्गों को प्रभावित करने वाले माइक्रो फैक्टर्स सोने के मूल्य को प्रभावित नहीं कर सकते हैं. इसका मतलब है कि इसका मूल्य सीधे कंपनियों या आर्थिक संकेतकों के प्रदर्शन से जुड़ा नहीं है. नतीजतन, भले ही पोर्टफोलियो में दूसरे एसेट्स की कीमत या मूल्य में उतार-चढ़ाव हो, सोना एक रक्षक के रूप में कार्य करता है, यह सुनिश्चित करता है कि पोर्टफोलियो मूल्य पर प्रतिकूल प्रभाव न पड़े.
सोने की लिक्विडिटी: लिक्विडिटी का अर्थ है विभिन्न रूपों में खरीदना और बेचना आसान होना. चूँकि सोना सबसे अधिक लिक्विड निवेश साधनों में से एक है, इसलिए इसे आवश्यकता के अनुसार जल्दी और आसानी से नकदी में बदला जा सकता है. इस लाभ के कारण, निवेशक आर्थिक अनिश्चितता के दौरान अपने धन की रक्षा के लिए सोने की ओर रुख कर सकते हैं.
बाजार का रुख समझना है जरूरी: गोल्ड के शुरुआती निवेशकों के लिए, सोने के बाजार को समझना आवश्यक है. मसलन- छोटी शुरुआत करें, डायवर्सिफिकेशन लाएं और सोने में निवेश को दीर्घकालिक निवेश के रूप में देखें. वैसे तो सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड सोने में निवेश के लिए सबसे अनुकूल साधन है, लेकिन अगर किसी खास समय पर कोई ट्रांच ओपनिंग नहीं होती है, तो निवेशक गोल्ड ईटीएफ और गोल्ड म्यूचुअल फंडों के जरिए भी सोने में निवेश कर सकते हैं.
हालांकि, निवेश करते समय, उनके लिए कई कारकों पर विचार करना जरूरी है- उनका इंवेस्टमेंट गोल, निवेश की समय सीमा और बाजार के रुझानों पर कड़ी नजर. किसी भी इंवेसटमेंट जर्नी को सफल और फायदेमंद बनाने के लिए, यह जरूरी है कि निवेशक इन सभी कारकों को ध्यान में रखें, बाजार के शोरगुल से प्रभावित नहीं हों और अच्छी तरह से सोच-समझकर और बुद्धिमानी से निवेश निर्णय लें.
(लेखिका अपस्टॉक्स की को-फाउंडर हैं, प्राकशित विचार उनके निजी हैं.)
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