सोमवार को अदानी समूह के शेयर 5 खबरों के चलते हलचल में रहे. पहली खबर ये है कि ग्लोबल इंडेक्स सर्विस प्रोवाइडर MSCI ने मई महीने के लिए इंडेक्स रिव्यु प्रक्रिया में अदानी ग्रुप की दो कंपनियों अदानी टोटल गैस और अदानी ट्रांसमिशन का फ्री फ्लोट या वेटेज घटा दिया है. अदानी टोटल गैस के वेटेज को 25 फीसद से घटाकर 14 फीसद किया जा रहा है.
वहीं अदानी ट्रांसमिशन के वेटेज को 25 फीसद से कम करके 10 फीसद किया जा रहा है. यह बदलाव 11 मई से लागू होगा. इस खबर के बाद सोमवार को दोनों कंपनियों के शेयरों में 5 फीसदी के निचले सर्किट पर क्लोजिंग हुई. फ्री फ्लोट का मतलब विदेशी निवेशकों की ओर से इक्विटी मार्केट्स में खरीद के लिए उपलब्ध बकाया शेयरों का अनुपात होता है.
दूसरी खबर ये है कि एक रिपोर्ट में यह दावा किया गया है कि अदानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी Adani Ent ने अपने capex यानी पूंजीगत खर्च के लक्ष्य को 5.8 अरब डॉलर से घटाकर 3.8 अरब डॉलर किया है जो कि एक तिहाई से ज्यादा की कमी है. तीसरी खबर ये है कि अदानी एंटरप्राइसेज की कर्ज लौटाने की क्षमता में सुधार हुआ है. चौथी खबर ये है कि ग्रुप को जापान के 3 बैंकों की बैकिंग मिली है. पांचवी खबर ये है कि मार्केट रेग्युलेटर सेबी ने हिंडनबर्ग रिसर्च की शॉर्ट सेलिंग की जांच का दायरा बढ़ा दिया है.
Vedanta में प्रमोटर का हिस्सा घटने पर उठे सवाल
सोमवार 8 मई को Vedanta का शेयर 3 खबरों के चलते फोकस में रहा.पहली ये कि वेदांती की पैरेंट कंपनी Vedanta Resources Ltd यानी VRL ने Standard Chartered बैंक को $80 करोड़ डॉलर के लोन का भुगतान कर दिया है. VRL ने London और Hong Kong में कुल $80 करोड़ डॉलर के 3 लोन्स का भुगतान किया है. इस लोन भुगतान के बाद वेदांता के गिरवी रखे शेयर छुड़वा लिए गए हैं. Bloomberg में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक इस लोन भुगतान से VRL की liquidity से जुड़ी चिंताएं कम होंगी.
गौरतलब है कि अप्रैल में भी VRL ने $1 अरब डॉलर के लोन का भुगतान किया था जिसके बारे में हमने आपको 25 अप्रैल के एपिसोड में बताया था.दूसरी खबर ये है कि प्रमोटर ग्रुप एन्टिटी Vedanta Netherlands Investments BV ने स्टॉक एक्सचेंजों को बिना बताए मार्च तिमाही में वेदांता में अपनी हिस्सेदारी कम की है. इससे खुलासों को लेकर चिंताएं पैदा हो गई हैं.
प्रमोटर ग्रुप ने मार्च तिमाही में अपनी 0.13 फीसदी बेची है जोकि दिसंबर अंत तक 1.71फीसद पर थी. इससे प्रमोटर ग्रुप का हिस्सा 69.69फीसद से घटकर 68.11फीसद पर पहुंच गई है. तीसरी खबर ये है कि सरकार BALCO की लिस्टिंग के लिए सरकार Vedanta के साथ बातचीत कर सकती है. फिलहाल सरकार की BALCO में 49फीसद हिस्सेदारी है. क्योंकि 2001 में सरकार ने अपनी 51 फीसद हिस्सेदारी वेदांता की सहयोगी कंपनी Sterlite Industries को बेच दी थी. दरअसल सरकार चाहती है कि Vedanta Balco को लिस्ट करें तांकि सरकार अपना कुछ हिस्सा बेच सके.
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