सरकार निजी कंपनियों को एप्स होस्ट करने के लिए उत्साहित करने के साथ ही अपना खुद का मोबाइल एप स्टोर (App Store) विकसित करने और इसे मजबूत बनाने में भी दिलचस्पी दिखा रही है. इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्री रवि शंकर प्रसाद ने राज्यसभा में एक लिखित जवाब में इस बात की जानकारी दी है.
उन्होंने बताया कि भारत का पहला स्वदेसी एप स्टोर (App Store) ‘मोबाइल सेवा एप स्टोर’ 965 से ज्यादा लाइव एप्स को होस्ट करता है. ये एप्स पब्लिक सर्विस के अलग-अलग डोमेन्स और कैटेगरीज से आते हैं.
प्रसाद ने कहा, “हालांकि, सरकार निजी कंपनियों को एप्स होस्ट करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है, लेकिन सरकार खुद भी अपना मोबाइल एप स्टोर (App Store) विकसित करने और इसे आगे बढ़ाने की इच्छुक है.”
उन्होंने कहा कि इसे लेकर अच्छा रेस्पॉन्स मिल रहा है और सरकार इसे और मजबूत करना चाहती है.
प्रसाद उस सवाल का जवाब दे रहे थे जिसमें पूछा गया था कि देश के अपने डिजिटल एप्लिकेशन स्टोर की गैरमौजूदगी में डिजिटल सर्विसेज के लिए गूगल और एपल पर निर्भरता से क्या डिजिटल ईकोसिस्टम में दिक्कतें आ रही हैं और क्या मंत्रालय सरकारी और निजी एप्स के लिए एक सिंगल या अलग डिजिटल स्टोर बनाने पर विचार करेगी ताकि दूसरों पर निर्भरता खत्म की जा सके.
प्रसाद ने बताया कि भारत मोबाइल एप्स का सबसे बड़ा यूजर है. उन्होंने कहा कि डिजिटल इंडिया प्रोग्राम के साथ ही भारतीय निवेशकों को प्रोत्साहित किया जा रहा है ताकि वे एप्स तैयार कर सकें और यह एक बड़ा आंदोलन बन गया है.
इंडिया एप मार्केट स्टैटिस्टिक्स रिपोर्ट 2021 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि एंड्रॉयड पर मौजूद 5 फीसदी एप्स भारतीय एप्स डिवेलपर्स के हैं.
उन्होंने कहा, “सरकार ने यह भी पाया है कि एक अच्छा भारतीय एप स्टोर (App Store) होना चाहिए जहां पर शुरुआती चरण में एप्स को फ्री में होस्ट करने की इजाजत हो.”
उन्होंने कहा, इसे देखते हुए ही मोबाइल सेवा एप स्टोर (App Store) को शुरू किया गया था, इसमें सरकारी एप्स के साथ ही निजी एप्स को भी आने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है.