एक पुल किसी क्षेत्र की तस्वीर कैसे बदल सकता है. इसका उदाहरण है डिब्रूगढ़ और धेमाजी को जोड़ने वाला बोगीबील (Bogibeel) सेतु. साल 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस पुल को देश को समर्पित किया था. उस समय उन्होंने कहा था कि यह पुल (Bogibeel) इको टूरिज्म में मील का पत्थर साबित होगा. उनकी ये बात आज डिब्रूगढ़ के धरातल पर सच होती दिखाई दे रही है.
पुल के आसपास के इलाके में इको-टूरिज्म के क्षेत्र में आई तेजी आज पुल (Bogibeel) के आसपास का इलाका इको-टूरिज्म के क्षेत्र में तेजी से विकसित होता जा रहा है. यही नहीं डिब्रूगढ़ में ब्रह्मपुत्र नदी पर तैरता रेस्टोरेंट आज आसपास के इलाकों के साथ-साथ दूसरे राज्यों के पर्यटकों को भी आकर्षित कर रहा है.
फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की हुई शुरुआत यहां एक फ्लोटिंग रेस्टोरेंट की शुरुआत हुई है. जिसके लिए रेलवे ने जमीन उपलब्ध करवाई है. ब्रह्मपुत्र नदी पर तैरते रेस्टोरेंट में आने वाले पर्यटकों की संख्या ये बताती है कि लोग इसे कितना पसंद कर रहे हैं. भारतीय रेलवे बेगी विल पुल के आसपास इको टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए तेजी के साथ काम कर रहा है. इससे आसपास के युवाओं को रोजगार भी मिल रहा है.
ब्रह्मपुत्र नदी की सैर के साथ उसके ऊपर लजीज खाने का मजा रोमांच से भरपूर ब्रह्मपुत्र नदी की सैर के साथ उसके ऊपर लजीज खाने का मजा आपकी यात्रा को रोमांच से भर देता है. दूसरे राज्यों से भी लोग यहां घूमने के लिए आ रहे हैं. ब्रह्मपुत्र नदी सिर्फ यहां के लोगों की जीवनरेखा ही नहीं है बल्कि इस नदी के आसपास इको टूरिज्म की अपार संभावनाएं हैं. यह ऐसा क्षेत्र है जहां कम समय और कम लागत में बड़े पैमाने पर रोजगार सृजित किए जा सकते हैं. यहां काम करने वाले और घूमने के लिए आने वाले पर्यटकों की संख्या इस बात के सबूत हैं.
2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोगीबील पुल का किया था उद्घाटन 2018 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बोगीबील पुल का उद्घाटन किया था और कहा था कि यह पुल भोगौलिक दूरियों के साथ-साथ इको टूरिज्म में एक बड़ी भूमिका निभा सकता है. इसका असर अब दिखाई भी देने लगा है. डिब्रूगढ़ में फ्लोटिंग रेस्टोरेंट इको टूरिज्म में बड़ी भूमिका निभा रहा है.
सौजन्य : प्रसार भारती न्यूज सर्विस, टेलीग्राम
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