कुछ महीने पहले तक पेटीएम और नायका जैसे जो टेक स्टार्टअप निवेशकों की चांदी करवा रहे थे, अब वही उनके लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं.
स्टार्टअप में पैसा लगाने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए. इसे समझने के लिए देखिए यह वीडियो..
सोने-चांदी में आई बड़ी गिरावट, नौकरी करने वालों के लिए आने वाली है खुशखबरी, खत्म होने वाले हैं सस्ते पेट्रोल-डीजल के दिन.
पेटीएम भारत में स्टार्ट अप क्रांति का चेहरा है, लेकिन पेटीएम अपने बिजनेस मॉडल से बाजार को खुश नहीं कर पाया.
स्विगी ने एक बयान में कहता कि कंपनी अगले दो वर्षों में दो लिक्विडिटी इवेंट्स के जरिए कर्मचारियों की वेल्थ क्रिएशन में मदद करना चाहती है.
Food Delivery GST: काउंसिल ने कहा है कि फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म्स को रेस्तरां की तरह 5% GST देना चाहिए. अब तक ये केवल फूड की कॉस्ट पर टैक्स देती आई हैं
जीएसटी के तहत पंजीकृत नहीं हुए रेस्त्रां से भले ही जीएसटी जमा किया गया हो, लेकिन उसके सरकारी खजाने में जमा कराए जाने की कोई व्यवस्था नहीं है.
GST On Food Delivery App: जीएसटी काउंसिल स्विगी और ज़ोमैटो जैसे फूड डिलीवरी ऐप को रेस्तरां सर्विस की तरह मानने के प्रस्ताव पर चर्चा करेगी.
गौरव गुप्ता ने 2015 में जोमैटो के साथ अपनी नई शुरुआत की थी और 2018 में उन्हें प्रमोट कर कंपनी का चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर बनाया गया था.
जोमैटो (Zomato) ने 17 सितंबर से किराना सामानों (ग्रोसरी) की अपनी डिलीवरी सेवा को बंद करने का फैसला किया है.