गोयल ने कहा है कि भारतीय बाजार में दोनों कंपनियों का दबदबा होने के बावजूद Zomato और Swiggy को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है.
जो लोग Zomato IPO में चूक गए हैं क्या उन्हें अब इसमें पैसा लगाना चाहिए? क्या निवेशकों को आगे जाकर इस शेयर में कमाई का मौका मिलेगा या नहीं.
Zomato market cap: मार्केट कैपिटलाइेजशन के लिहाज से Zomato ने टाटा मोटर्स, IOC, BPCL और कोल इंडिया को पछाड़ दिया है.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर जोमैटो का शेयर 52.63 फीसद के प्रीमियम के साथ 116 रुपये पर सूचीबद्ध हुआ है।
Zomato IPO: ग्रे मार्केट में Zomato का शेयर प्राइस प्रीमियम 10 रुपए से बढ़कर आज यानी 22 जुलाई 2021 को 23 रुपये हो गया है.
लिस्टिंग वाले दिन निवेशकों को शायद कुछ हजार रुपये का ही फायदा होगा. बाद में निवेशक बेहतर कीमत पर ज्यादा शेयर खरीदकर मोटा मुनाफा कमा सकते हैं.
BSE के आंकड़ों के मुताबिक, रिटेल इन्वेस्टर का हिस्सा 4.04 गुना सब्सक्राइब हुआ था. हालांकि, कर्मचारियों के हिस्से को केवल 22% सब्सक्राइब किया गया.
Zomato IPO: शेनॉय का कहना है कि खुदरा निवेशकों को आईपीओ से बचना चाहिए और निवेश से पहले लिस्टिंग के दिन का इंतजार करना चाहिए.
IPO: मिंट इंफो एज अपने कुल निवेश पर 23 गुना से अधिक रिटर्न, लगभग 57% के सालाना रिटर्न कमाने जा रहा है. अलीबाबा भी 58% के रिटर्न पर बैठा है
Zomato IPO: भारत में फूड डिलीवरी की पहुंच अभी 8% है. विकसित देशों में ये 30-50% के बीच है. ऐसे में कंपनी के लिए मार्केट हासिल करने का बड़ा मौका है.