29 दिसंबर तक कुल दलहन का रकबा 10.72 लाख हेक्टेयर घटकर 142.49 लाख हेक्टेयर हो गया है.
केंद्र सरकार ने मार्च 2024 तक ओएमएसएस के लिए 101.5 लाख टन गेहूं आवंटित किया है.
15 दिसंबर तक देशभर में 99.11 लाख हेक्टेयर में तिलहन की बुआई हो चुकी है.
स्टॉक में गिरावट की वजह से गेहूं आयात की संभावना और बढ़ी
साप्ताहिक ई-नीलामी के माध्यम से एफसीआई अबतक 44.6 लाख टन गेहूं थोक उपभोक्ताओं को बेच चुका है.
व्यापारियों एवं थोक विक्रेताओं के लिए गेहूं भंडारण की सीमा 2,000 टन से घटाकर 1,000 टन किया गया
सबसे ज्यादा दो सबसे महत्वपूर्ण फसलों यानी गेहूं और चने पर पड़ी है. दोनों का रकबा पिछले साल के मुकाबले पिछड़ा हुआ है
DGFT ने एक अधिसूचना में कहा कि राष्ट्रीय सहकारी निर्यात लिमिटेड (एनसीईएल) के माध्यम से निर्यात की अनुमति दी गई है
बुधवार को एफसीआई ने साप्ताहिक ई-नीलामी में 2,420 बोलीदाताओं को 0.28 मिलियन टन गेहूं की बिक्री की थी.
सरकार ने अप्रैल 2019 में गेहूं के आयात पर 40 फीसद की ड्यूटी लगा दी थी