बजट की हलचल शुरू हो गई थी. गुनगुनी धूप में बेताल पेड़ पर कल�
बेताल ने पूछा उलझा सवाल. कैसे करती है सरकार कमाई? पुराना प�
इस बार विक्रम पेड़ तक नहीं आया. बेताल की पेट में खलबली मची �
पिछली बहस के बाद विक्रम सोच कर आया था कि अब बहस में नहीं फं�
विक्रम चाय सुड़क रहा था. आज बेताल की तरफ जाने का मन नहीं था
बेताल पेड़ पर बैठा सुस्ता रहा था. विक्रम ने पिछली दफा मुश्
आज विक्रम पहले से आकर पेड़ के नीचे बैठ गया था. बेताल नॉर्थ �
हम सूंघने निकले थे बजट और विजय चौक के पार्क में मिल गए विक�