स्विंग प्राइसिंग प्रणाली से निवेशक, जोखिम का बेहतर प्रबंधन कर सकेंगे. यह प्रणाली तभी काम करेगी जब इन स्कीमों में बहुत अधिक पैसा निकल रहा हो.