Tax: अगर आप पत्नी को उधार देते हैं और उस उधार रकम से संपत्ति खरीदी जाती है, तो ऐसी स्थिति में भी क्लबिंग नहीं होगी.
Retirement Planning: रिटायरमेंट के बारे में सोच कर आदमी भावुक हो जाता है. अगर इसे आर्थिक पहलू से जोड़ कर देखें तो इसकी संवेदनशीलता और भी बढ़ जाती है.
NPS लंबी अवधि का निवेश है. रिटायर होने पर ही आप अपना NPS खाता बंद सकते हैं. 60 साल की उम्र के बाद आप जमा राशि का 60% हिस्सा निकाल सकते हैं.
रिटायरमेंट के बाद की आरामदायक जिंदगी के लिए ऐसे साधनों में निवेश करना अहम है जिनमें ज्यादा रिटर्न और न के बराबर जोखिम होता है.
अगर आप 400 रुपये प्रतिदिन तक निवेश करते हैं तो आप 60 साल की उम्र पर पहुंचने पर कम से कम 10 करोड़ रुपये का फंड इकट्ठा कर सकते हैं.
रिटायरमेंट प्लानिंग के दौरान इक्विटी इनवेस्टमेंट स्ट्रैटेजी, नियमित कमाई बंद होने के बाद इक्विटी होल्डिंग जैसे सवाल बेहद अहम हो जाते हैं.
VPF: वॉलेंट्री प्रोविडेंट फंड EPF खाते का ही एक्सटेंशन है. इसमें कोई भी व्यक्ति अपने EPF खाते में अपने मन मुताबिक अतिरिक्त कंट्रीब्यूशन कर सकता है
NPS में कई तरह की इंटरमीडियरी शामिल हैं जो अलग-अलग चार्ज वसूलते हैं, इसलिए इस निवेश पर आपको कितना चार्ज देना पड़ेगा ये समझना जरूरी है.
Retirement Mutual Funds: अक्सर रिटायरमेंट म्यूचुअल फंड्स के कई वेरिएंट आते हैं, इनमें इक्विटी और डेट दोनों ऐसेट क्लास में ऐलोकेशन के मुताबिक वेरिएंट तय होते हैं.
अगर आप चाहते हैं कि आपको बैंक FD के मुकाबले अच्छा रिटर्न मिले, टैक्स भी कम चुकाना पड़े और पैसे भी सुरक्षित रहें तो आपको सरकारी स्कीम्स में निवेश करना चाहिए.