चुनावी नतीजों का FPIs के निवेश पर कैसे असर होगा? BJP की सोटों के हिसाब से FPIs कितनी खरीदारी-बिकवाली कर सकते हैं? FPIs के निवेश से जुड़ी नोमुरा की रिपोर्ट में क्या है खास?
चुनाव से पहले सार्वजनिक पूंजीगत व्यय में सुस्ती, ग्रामीण मांग, निजी पूंजीगत व्यय में गिरावट, वैश्विक नरमी के कारण 2024-25 में वृद्धि दर घट सकती है
नोमुरा के अनुसार बाजार से मिलने वाले आर्थिक संकेतों से पता चलता है कि व्यापार फिर से शुरू होने से मार्केट रिकॉर्ड उच्च स्तर पर पहुंच गया है.
Loan: नोमुरा की रिपोर्ट के अनुसार, टॉप प्लेयर्स के लिए कोर मॉर्गेज पोर्टफोलियो (core mortgage portfolio) में तनाव 0.7% से 2.7% के बीच है.
India Business Resumption Index: Nomura को उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में भारत का जीडीपी क्रमिक रूप से 4.3 फीसद अनुबंधि होगा.