दो साल के इस कोर्स में चार सेमेस्टर होंगे और पांच मॉड्यूल क्लस्टर होंगे.
निजी अस्पतालों ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से कहा था कि आयुष्मान भारत योजना में ट्रीटमेंट के जो रेट दिए गए हैं वो व्यवहारिक नहीं है