वित्तीय साक्षरता की बात हो या फिर बाजार में उठापटक की, भारत में फिलहाल फाइनेंस (Financialising) को लेकर बहुत जागरूकता दिखाई नहीं पड़ती. हालांकि, सोशल मीडिया पर आर्थिक मामलों के जानकार कुछ सुलझे हुए युवाओं ने भारत में लोगों को फाइनेंशियल लिटरेसी (financially literate) देने का बीड़ा उठाया है. चुनौती बहुत बड़ी है पर शुरुआती परिणाम काफी उम्मीद भरे दिख रहे हैं.
इनकी एक खास ताकत है कि ये आम आदमी तक अपनी बात बहुत ही सरल शब्दों में पहुंचा सकते हैं और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स (social media platforms ) पर यही बात बेहद पसंद की जा रही है. यहां तक की आज जिस सामाजिक ताने बाने में हम रह रहे हैं वहां भी संचार के इस तरीके को बेहद पसंद किया जा रहा है.
ऊपर से आपकी हमारी तरह ही ये युवा कोविड की दुविधाओं और भविष्य की अनिश्चितताओं में फंसे हैं, ऐसे में फाइनेंशियल लिटरेसी का ये कैंपेन इनके अपने अनुभव की कहानी है. ये कैंपेन ऐसे लोगों को ज्यादा प्रभावित कर रहें हैं जो कोविड की वजह से किसी ना किसी परेशानी में फंसे हैं. ये सोशल मीडिया वॉरियर्स (social media warriors ) पर्सनल फाइनेंस एजेंडे (personal finance agenda) को आम चर्चाओं के बीच लेकर आ रहे हैं. और मिलेनियल जेनरेशन इनके इस योगदान के लिए इन्हें काफी सराह रही है.
शुरूआती फायदे
सेंसेक्स (Sensex ) की भारी उठा पटक के बीच भी इक्विटी (equities ) और म्यूचुअल फंड (mutual funds) में लगातार निवेश से पता चलते है कि फाइनेंशियल लिटरेसी के इस कैंपेन का जादू धीरे-धीरे काम कर रहा है. (उम्मीद है इसका मतलब यही होगा, चेक करें)
25 साल के पार्थ गुर्जर को नोएडा में एक विज्ञापन फर्म में नौकरी से निकाल दिया गया. इसके बाद ये गुजरात में अपने घर वापस चले गए और अपने पिता के सुस्त व्यवसाय को नई जिंदगी देने का फैसला किया.
इन सबके बीच एक अच्छी बात ये हुई कि सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहने वाले पार्थ ने, इंस्टाग्राम (Instagram) पर पर्सनल फाइनेंस पर राय देने वाले प्रांजल कामरा को फॉलो करके म्यूचुअल फंड में निवेश करने और एक इमरजेसी फंड बनाने का फैसला किया. उन्होंने महसूस किया कि सोशल मीडिया पर, व्यक्तिगत वित्त प्रबंधन (personal finance management) को समझना आसान और दिलचस्प था.
मिलेनियल जेनरेशन निवेश के मामलों में मां बाप के तरीकों पर आंख मूंदकर चलने के बजाय सोशल मीडिया को फोलो करना ज्यादा पसंद करती है. YouTube, Instagram और Twitter पर किसी भी विषय पर सुनने से आपका रुझान इसकी तरफ काफी बढ़ जाता है.
पार्थ गुर्जर की अपनी खुद की कंपनी है, लेकिन कई बार करियर की शुरूआत करने वाले ऐसे युवा जो फाइनेंस में ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते, सोशल मीडिया के इन वित्तीय सलाहकारों (financial advisor) को सुनना और उन्हें फॉलो करना पसंद करते है. फाइनेंस को आसान भाषा में समझाना इन सलाहकारों का खास अंदाज होता है जो आजकल काफी डिमांड में है. पर्सनल फाइनेंस की दुनिया में आज बहुत से भारतीय टैलेंट जाने जा रहे हैं. ये प्रतिभाएं वित्तीय साक्षरता (financial literacy) को खेल खेल में घर घर तक पहुंचा रही हैं और इसी के साथ इन्हें स्टारडम भी मिल रहा है.
सोशल मीडिया फिनक्लूजन वॉरियर्स
एक बड़ा उद्देश्य लिए किसी भी पहल की सफलता की दो बेहद अहम जरूरतें हैं. एक तो आपका संदेश बेहतरीन होना चाहिए दूसरा उससे भी जरूरी, संदेश पहुंचाने वाली की काबिलियत होती है. भारत में व्यक्तिगत वित्त मामलों को प्रभावित करने वाले (personal finance influencers) लोगों की सफलता की कुंजी दरअसल दर्शकों और उनकी जरूरतों की सही समझ होती है.कुछ पर्सनल फाइनेंस चैंपियन्स के बारे में जानते हैं.
प्रांजल कामरा
28 साल के प्रांजल कामरा देश के जानेमाने वित्तीय मामलों के एक्सपर्ट (financial experts) में से एक हैं। इन्होंने शेयर बाजार में निवेश और म्यूचुअल फंड्स के मुद्दे को समझाने के लिए यूट्यूब वीडियोज बनाने शुरू किए.
मनी9 पर कामरा
कई मौकों पर जब कामरा से मनी9 ने बातचीत की, तो उन्होंने निवेश की अहमियत पर काफी जोर दिया क्योंकि इससे एक लंबे समय के अंतराल में बड़ी पूंजी इकट्ठी की जा सकती है. कामरा कहते हैं, “दरअसल निवेश को किसी भी खेल की तरह लिया जाना चाहिए. यहां भी सफलता की कुंजी अनुशासन और संयम ही मानी जाती है. किसी भी निवेश में लगातार जुटे रहना पड़ता है तभी बेहतरीन परिणाम मिलते हैं.”
CA रचना फड़के रानाडे
सीए रचना फड़के रानाडे भी YouTube पर पर्सनल फाइनेंस वीडियोज बनाती हैं और अपने काम से समाज में खासी जगह बना चुकी हैं. ये एक कुशल चार्टर्ड एकाउंटेंट थीं, जिन्होंने भारत में वित्तीय साक्षरता (financial literacy) के एक बड़े लक्ष्य की दिशा में काम करना चुना.
मनी9 पर रानाडे
रानाडे ने मनी 9 को बताया, “मैंने 10 से ज्यादा सालों तक सीए और एमबीए छात्रों को पढ़ाया है. पर एक दिन मुझे एक न्यूज आर्टिकल दिखा, जिसमें हमारे देश की वित्तीय साक्षरता की बेहद खराब दर के बारे में बताया गया था। यह जान कर मुझे बहुत बुरा लगा और मैंने भारत में वित्तीय जैसे विषय को समझने और समझाने लिए अपना योगदान देने का फैसला किया. दो साल पहले मैंने YouTube की ओर रुख किया और देश की सेवा करने की इच्छा के साथ कॉन्टेंट बनाना शुरु किया. मेरा सफर और लोगों की प्रतिक्रिया अविश्वसनीय रही है”.
अनंत लढ़ा
जानेमाने यूट्यूब चैनल इन्वेस्ट आज फॉर कल (Invest Aaj For Kal) के फाउंडर अनंत लढ़ा एक चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं, इन्होंने एलएलबी किया है और साथ ही ये सर्टिफाइड फाइनेंशियल प्लानर हैं.ये एक मोटिवेशन्ल स्पीकर और पर्सनल फाइनेंस इंफ्लूएंसर (personal finance influencer) भी हैं. ये निवेश की स्मार्ट तरकीबें सुझाने के लिए जाने जाते हैं जो दर्शकों को अच्छे पैसा कमाने में मदद करती हैं.
मनी9 पर लढ़ा
“मैं अपने दर्शकों को परिवार का हिस्सा मानता हूं और वही टिप्स देता हूं जो मैंने खुद टेस्ट की हों.अब चूंकि मैं हमेशा उन सुझावों को ही देता हूं जिन पर मैंने असल में विश्वास किया हो तो दर्शक भी मेरे सुझावों में विश्वास के उस एहसास को महसूस कर पाते हैं. आपको सोशल मीडिया पर अपने कॉंटेंट की जिम्मेदारी लेनी होगी. लाधा ने मनी9 को बताया, “एक बार जब दर्शकों को पता चल जाता है कि आप पर भरोसा किया जा सकता हैं, तो फिर वो आपको गंभीरता से लेते हैं ”.
सोशल मीडिया पर दूसरे प्रभावशाली लोग
पर्सनल फाइनेंस की दुनिया में ऑनलाइन चर्चा में रहने वाले लोगों में अंकुर वारिकू (नियरबाय में सह-संस्थापक- Nearbuy), अनुष्का राठौड़ और शरण हेगड़े शामिल हैं. आपको इन्हें इंस्टाग्राम (Instagram) और यूट्यूब (YouTube ) पर सुनना चाहिए ताकि आप फाइनेंस की भाषा को आसान तरीके से समझ सकें.
इस तरह के लोगों को सोशल मीडिया पर और बढ़ावा मिलना चाहिए. Money9 भारत में वित्तीयकरण (financialise India ) के अपने मिशन में इन सह-यात्रियों की यात्रा को बढ़ावे के साथ साथ मुबारकबाद देता है.
हां पर ये ध्यान रखना बेहद जरूरी है कि निवेश से जुड़े किसी भी फैसले को लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह लेनी बहुत जरूरी है.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।