इक्विटीज के मामले में लेंडर इन्वेस्टमेंट का 50% से 60% अमाउंट आपको लोन के तौर पर दे सकते हैं. वहीं, डेट इंस्ट्रूमेंट में यह राशि अधिक हो सकती है.
Loan Against Securities: म्यूचुअल फंड और शेयरों पर बैंक और NBFCs आमतौर पर अधिकतम 36 महीने यानी 3 साल की अवधि के लिए लोन देते हैं.
SBI की इस सुविधा के तहत शेयरों पर अधिकतम 20 लाख रुपये का कर्ज लिया जा सकता है. जानिए, इस तरह के डिमांड लोन पर कितना चार्ज लगता है