GST: बीमा पॉलिसियों पर अलग-अलग जीएसटी दरें लागू होती हैं जिन्हें आपको ध्यान में रखना चाहिए क्योंकि इससे पॉलिसी खरीदने की लागत बढ़ जाती है.
SBI स्वास्थ बीमा योजना: आरोग्य सुप्रीम' योजना यह सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है कि पॉलिसीधारक पूर्ण स्वास्थ्य बीमा कवरेज का लाभ उठा सकें.
किसी व्यक्ति की प्रारंभिक मृत्यु की स्थिति में एड्रेस किया जाना चाहिए और उनकी तुलना उपलब्ध संसाधनों(अवेलेबल रिसोर्सेज) से की जानी चाहिए.
ये सिंपल लाइफ कवर है. हर कंपनी की पॉलिसी के नाम से सरल जीवन बीमा जुड़ा होगा ताकि आप इन्हें पहचान जाएं.
सभी इंश्योरेंस कंपनियों को ये बीमा उपलब्ध कराना अनिवार्य होगा. रेगुलेटर ने इस पॉलिसी की साफ तरीके से परिभाषित किया है.
IRDAI ने सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस प्रोवाइडर्स को एक स्टैंडर्ड वेक्टर- बोर्न डिजीज हेल्थ कवर ऑफर करने के लिए कहा है - मशक रक्षक
Insurance Claim: पॉलिसीधारक की मौत होने पर एजेंट को सूचित करना चाहिए. अगर सीधे कंपनी से पॉलिसी खरीदी है तो ये जानकारी बीमा कंपनी को देनी चाहिए.
HLV: व्यक्ति के HLV को समझकर यह अंदाजा लगाया जा सकता है कि उसकी अनुपस्थिति में उसके परिवार के जीवन स्तर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा.
Premium: बीमाकर्ता रोगों की संख्या और मृत्यु दर का पुनर्मूल्यांकन कर रहे हैं. ग्रुप बीमा में कीमतों में 15-20% की बढ़ोतरी की जा चुकी है.
प्रीमियम की कीमत के आधार पर आपको इंश्योरेंस नहीं चुनना है, बल्कि इंश्योरेंस के साथ प्रीमियम पर लगने वाले GST को भी समझना चाहिए.