अब सोचिए अगर कंट्रीब्यूशन इतना है तो इन अकाउंट्स पर ब्याज कितना होगा? यही वजह है कि सरकार 2.5 लाख रुपए से ज्यादा के योगदान पर टैक्स लगा रही है.