ज्यादातर मामलों में आपत्तियां विक्रेता के पारिवारिक सदस्यों और हिस्सेदारों की ओर से ही दर्ज कराई जाती हैं. इसकी प्रमुख वजह गृह क्लेश होती है.
Mutation: प्रॉपर्टी की रजिस्ट्री कराने के बाद दाखिल खारिज यानी म्यूटेशन के लिए तहसील में आवेदन दिया जाता है.