Corporates: रेटिंग एजेंसियों का सर्वसम्मति से मानना है कि भारतीय उद्योग जगत की क्रेडिट गुणवत्ता पर बढ़ते दबाव काफी हद तक कम हो गए हैं.
Jobs: पैन-इंडिया सर्वे के अनुसार, ब्लू-कॉलर श्रमिकों की मांग 15 महीनों में पहली बार पूर्व-कोविड समय को पार कर गई है.
Hiring: ई कॉमर्स, पारंपरिक आईटी सॉफ्टवेयर कंपनियां, फार्मा इंडस्ट्रियल, फूड प्लेयर्स आक्रामक रूप से हायरिंग करने वालों में से हैं.
Economy Boost: सरकार ने रेट्रो टैक्स खत्म कर के सकारात्मक माहौल बनाने की पहल की है. अब कॉरपोरेट इंडिया की बारी है कि वह देश के विकास की गति सुधारे
कंपनियों के लिए ये एक अहम मौका है कि वे अपने कर्मचारियों की नौकरियों और तनख्वाह की सुरक्षा करें और उनके साथ एक लंबे वक्त का रिश्ता कायम करें.