कोई व्यक्ति अपनी कमाई तो छिपा सकता है, लेकिन अपने खर्च या निवेश नहीं
अगर आप पत्नी को उधार देते हैं और उस उधार रकम से संपत्ति खरीदी जाती है, तो ऐसी स्थिति में भी क्लबिंग नहीं होगी.
इनकम टैक्स के सेक्शन 269SS के तहत टैक्सपेयर को 20,000 रुपये से ज्यादा की रकम का कर्ज कैश में नहीं देना या लेना चाहिए.
T Act: आपको आपके ईमेल पर पीडीएफ फाइल के रूप में यह नोटिस प्राप्त हो सकता है. साथ ही पोस्टल एड्रेस पर भी इसे भेजा जाता है.
त्योहारों में कैश लेनदेन करने पर आपको भारी नुकसान हो सकता हैं और टैक्स अधिकारी नोटिस भेज सकते हैं. गलती करने पर चुकाना पड़ सकता है भारी जुर्माना.
IT Return: धारा 80TTB के तहत सीनियर सिटीजन किसी एक वित्त वर्ष के दौरान अपनी ब्याज आमदनी पर 50 हजार का डिडक्शन प्राप्त कर सकते हैं.
Section 87A of Income: सैलरी बढ़ने से आपकी इनकम टैक्स के दायरे में आ गई है, तो आप आयकर कानून की धारा 87A का फायदा लेकर टैक्स चुकाने से बच सकते हैं.
बैंक अकाउंट्स की तरह से ही पोस्ट ऑफिस सेविंग्स अकाउंट्स (post office savings accounts) पर भी टैक्स के नियम लागू होते हैं.
Income Tax: आयकर कानून में यह भी प्रावधान है कि कुछ खास लोगों या रिश्तेदारों से मिले गिफ्ट्स पर टैक्स देय नहीं होगा.
इनवेस्टमेंट एडवाइजर्स ऐसे पांच ठिकानों के बारे में बताते हैं जिनसे आप ज्यादा रिटर्न भी हासिल कर सकते हैं और टैक्स भी बचा सकते हैं.