
अपना होम लोन मौजूदा बैंक से किसी दूसरे बैंक में शिफ्ट करने से पहले सभी बैंकों की ब्याज दरों का एक तुलनात्मक अध्ययन कर लें.

बैंक होम लोन देते समय आपकी इनकम प्रुफ, क्रेडिट हिस्ट्री, इंटरनल ड्यू डिजिजंस देखकर ही लोन मंजूर करती है.

Home Loan Interest: होमलोन का टेन्योर सिर्फ इस वजह से न बढ़वाएं कि आपकी मंथली ईएमआई कम हो जाएगी. इससे आपको फौरी तौर पर तो राहत मिल सकती है.

प्री-अप्रूव्ड लोन की वैलिडिटी के दौरान लोन की राशि, अवधि और ब्याज दर तय हो जाती है, लेकिन ये सिर्फ अनुमानित होती है.

EMI: प्री-EMI में सिर्फ डिस्बर्समेंट एमाउंट पे आपको सिंपल इंटरेस्ट चुकाना है. जबकि Full-EMI में प्रिंसिपल और इंटरेस्ट दोनों शामिल होते हैं.

PNB Interest Rates: PNB ने 10 लाख से कम बैलेंस पर ब्याज दर में 0.10% और 10 लाख रुपये या ज्यादा बैलेंस पर 0.05% की कटौती की है.

लोन-टू-वैल्यू रेशियो का मतलब है कि किसी प्रॉपर्टी की तय कीमत का कितना फीसदी आपको लोन के रूप में मिलेगा.

Loan: भारत के सबसे बड़े ऋणदाता SBI ने 320,000 लोगों को 14,461 करोड़ के लोन दिए. इसके बाद नंबर आता है एचडीएफसी बैंक का.

वास्तव में आपकी हर महीने की आमदनी के हिसाब से आपकी री पेमेंट कैपिसिटी तय की जाती है और उसके हिसाब से आपको लोन देने का फैसला किया जाता है.

Home Loan Rates: अभी देश में होम लोन की दर एक दशक के न्यूनतम स्तर पर है. इस समय घर खरीदना फायदे का सौदा है.