Home Loan EMI & Tenure: होम लोन का टेन्योर कई बातों को देखकर तय किया जाता है, जिसमें उधारकर्ता की जरूरतें और लोन चुकाने की क्षमता शामिल हैं
अगर आपका बैंक होम लोन पर ज्यादा ब्याज ले रहा है और उसमें आपको रियायत देने को तैयार नहीं है तो आप बैलेंस ट्रांसफर कर सकते हैं
Home loan EMI: अगर आपको कहीं से अतिरिक्त आमदनी होती है तो उस रकम का इस्तेमाल लोन के प्रीपेमेंट के लिए किया जा सकता है.
अमूमन बैंक आप से लोन की देनदारी को सुनिश्चित करने के लिए सिंगल प्रीमियम टर्म इंश्योरेंस प्लान खरीदने के लिए कहते हैं.
लोन की EMI तय तारीख पर जमा करना जरूरी है. किसी वजह से EMI जमा करने में चूक होने पर बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है.
Home Loan: होम लोन या कोई दूसरा कर्ज देने से पहले, वित्तीय संस्थान आवेदक की आय के साथ ही रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट की भी जांच करते हैं.
Home Loan Interest Rate: जो लोग घर खरीदने की इच्छा रखते हैं उनके लिए इन घटी हुई कीमतों का फायदा उठाने के लिए सही समय है, इससे पहले कि ये फिर बढ़ जाएं