Gold ETF: गोल्ड ईटीएफ में मई में शुद्ध रूप से 288 करोड़ रुपये का निवेश हुआ. अप्रैल में यह आंकड़ा 680 करोड़ रुपये रहा था.
गोल्ड ETF को रखने के लिए न लॉकर सुविधा चाहिए और न इसके लिए बाजार जाने की जरूरत है. जब आप ETF खरीदते हैं तो कंपनियां आपके लिए सोना खरीदती हैं.
Gold Fund: गोल्ड फंड में निवेश करना फिजिकल सोने में निवेश करने से ज्यादा आसान है. यहां आप 500 से 1000 रुपये की SIP भी कर सकते हैं
Tax on Gold: सोना बेचने पर कितना टैक्स लगेगा ये इस आधार पर तय होता है कि आपने गोल्ड किस रूप में खरीदा था. गोल्ड चार तरीके से खरीदे जा सकते हैं
Gold Investment: जब अर्थव्यवस्था बुरे दौर से गुजरती है और दूसरे ऐसेट में गिरावट रहती है तो सोना अच्छे रिटर्न देने में कामयाब रहता है.
Gold: SGB, गोल्ड ETF, डिजिटल गोल्ड के अलावा फिजिकल सोना खरीदने पर कोई ना कोई चार्ज देना पड़ता है, यहां जानें लगता है कितना शुल्क.
गोल्ड ETFs किसी म्यूचुअल फंड की तरह काम करते हैं और 50 रुपये की कीमत में भी आप गोल्ड की एक छोटी यूनिट खरीद पाते हैं.
बीते वित्त वर्ष निवेशकों ने गोल्ड से जुड़े 14 ETF में नेट 6,919 करोड़ रुपये का निवेश किया. यह 2019-20 में हुए 1,614 करोड़ के निवेश का चार गुना है.
Gold ETF: भारत में फिजिकल गोल्ड सबसे ज्यादा खरीदा जाता है. लेकिन पिछले तीन साल में भारतीय निवेशक की रुचि ETF में बढ़ी है.
Digital Gold- ETF में निवेश जारी रहने से पता चलता है कि निवेशकों के बीच सोने के रूप में इस उत्पाद में निवेश को लेकर स्वीकार्यता बढ़ रही है.