जब फिजिकल गोल्ड की कीमत 47-48,000 रुपये को छू रही हो तो करीब 50-100 रुपये में गोल्ड ETF आपको गोल्ड में निवेश का मौका दे सकता है. गोल्ड ETF यानि एक्सचेंज ट्रेडेड फंड एक ओपन एडेंड म्यूचुअल फंड होते हैं जो सोने के भाव के अनुसार बढ़ते गिरते हैं.
ICICI Prudential AMC के हेड, प्रोडक्ट एंड स्ट्रैटेजी, चिंतन हारिया के मुताबिक, गोल्ड ETF ऐसा माध्यम है जिसे खरीदने के लिए आपको घर से बाहर निकलने की भी जरूरत नहीं. इसलिए पिछले साल से कोरोना के लॉकडाउन के बाद से गोल्ड के इस फाइनेंशियल फॉर्म में खरीदारी का रुझान बढ़ा है.
ETF में दिखा जबरदस्त निवेश
एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़े बताते हैं कि वित्त वर्ष 2020-21 में गोल्ड ETF में निवेशकों ने 6,919 करोड़ रुपये के करीब निवेश किए हैं. यह वित्त वर्ष 2019- 20 की तुलना में 4 गुना ज्यादा है. तब गोल्ड ETF में 1,614 करोड़ रुपये का निवेश आया था.
गोल्ड ETF में निवेश के क्या हैं फायदे?
गोल्ड ETF की खरीद और बिक्री शेयर की ही तरह बीएसई और एनएसई पर की जा सकती है. जब आप एक ETF खरीदते हैं तो कंपनियां आपके लिए सोना खरीदती हैं और उसे सेफ्टी वॉल्ट में रखती हैं. फिर इस सोने के यूनिट्स को बेचा जाता है.
चिंतन हारिया के मुताबिक, आप 50 से 100 रुपये में भी एक गोल्ड ETF यूनिट खरीद सकते हैं. साथ ही में गोल्ड ETF को खरीदने-बेचने पर आपको कोई एक्सपेंस रेशियो नहीं देना होता.
लेकिन, ETF में निवेश के लिए डीमैट अकाउंट जरूरी है. अगर डीमैट अकाउंट नहीं है तो आप गोल्ड म्यूचुअल फंड्स के जरिए ETF में निवेश कर सकते हैं. सोने की इस खरीद में कोई अपर लिमिट नहीं है. जब चाहें इस बेचकर तुरंत पैसे अकाउंट में आ जाते हैं. ETF इलेकट्रॉनिक फॉर्म में है इसलिए इसे रखने के लिए न लॉकर चाहिए न खरीदने के लिए बाज़ार जाना है.
गोल्ड ETF क्यों खरीदें?
चिंतन हारिया के मुताबिक, ETF के बदले आपको सोना तो नहीं मिलता, लेकिन आपको सोने की बढ़त का पूरा फायदा एक सिक्योर तरीके से मिलता हैं. जब आपको सोना खरीदना है तब ETF को बेचकर उस पैसे से सोना खरीदिए. ज्वैलरी, सिक्के या बार खरीद कर मेकिंग चार्ज और उसे सुरक्षित रखने के टेंशन से ETF आपको बचाता हैं.
ICICI Prudential AMC के हेड, प्रोडक्ट एंड स्ट्रटेजी चिंतन हारिया से पूरी बातचीत इस वीडियो मेंः
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