GDP Growth: एसएंडपी ग्लोबल रेटिंग ने कहा है कि लॉकडाउन की अवधि और दायरे के हिसाब से इनका अर्थव्यवस्था पर उल्लेखनीय प्रभाव पड़ेगा
Export: चीन को भारत का निर्यात 2019-20 में 16.6 अरब डॉलर और 2020-21 में 21.2 अरब डॉलर रहा. चीन से आयात 2019-20 में 65 अरब डॉलर और 2020-21 में भी मोटे तौर पर इतना ही रहा.
IL&FS: बयान के अनुसार बढ़ा हुआ अनुमान बताता है कि समूह के कोष और गैर-कोष आधारित कर्ज का करीब 62 प्रतिशत का समाधान हो गया है.
Economy: अर्थव्यवस्था (Economy) एक बार फिर पटरी पर लौट रही है. मार्च महीने के आयात-निर्यात के आंकड़े इस बात का स्पष्ट संकेत दे रहे हैं.
Digital Transaction: फरवरी में 4.25 लाख करोड़ रुपये का लेन-देन UPI के माध्यम से हुआ था और ट्रांजेक्शन की कुल संख्या 229 करोड़ ही थी.
Economy: कुल मिलाकर उम्मीदों की आहट तो सुनाई दी है, लेकिन खतरे की घंटी भी बज रही है. ऐसे में यह कहना है कि अर्थव्यवस्था वापस पटरी पर लौट आयी है, थोड़ी जल्दबाजी होगी.
वैश्विक संस्थाओं और रेटिंग एजेंसियों ने अगले वित्त वर्ष में डबल डिजिट ग्रोथ का अनुमान जताया है. ग्रोथ का असर नई नौकरियों के तौर पर दिखेगा.
वित्त राज्यमंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह सरकार के अर्थव्यवस्था को बूस्ट देने के लिए उठाए गए कदमों से ही GST कलेक्शन बढ़ा है.
देश एक और Lockdown झेलने की हालत में नहीं है. लोगों को खुद जिम्मेदारी बरतनी होगी. दूसरी ओर, सरकार को भी वैक्सीन राष्ट्रवाद पर गौर करना होगा.
US में बाइडन प्रशासन आने के बाद से भारतीयों के लिए फिर से अच्छे दिन आते दिख रहे हैं. हाल में पास हुए कानूनों से भारतीयों को और मौके मिलेंगे.