वित्तीय सलाहकार कंपनी फिनडोक समूह के सर्वे के मुताबिक, करीब 72 फीसदी लोगों ने महामारी की पहली लहर के दौरान निवेश के लिए म्यूचुअल फंड का विकल्प चुना.
खर्चों को कम करने के लिए एक्सेल शीट का इस्तेमाल भी कर सकते हैं. महीने के आखिर में आप अच्छे से देख पाएंगे कि आपकी कमाई का बड़ा हिस्सा कहां जा रहा है.
कोई एक पोर्टफोलियो सभी के लिए आदर्श नहीं बन सकता. आदर्श पोर्टफोलियो का आधार आपकी जरूरत, रिस्क-कैपेसिटी और अस्थिरता से निपटने की क्षमता पर निर्भर है.
डेट फंड के साथ कुछ मिथक जुड़े हैं जो निवेशक को इनसे दूर रखते है. निवेशकों को डेट फंड के बारे में अपना ज्ञान बढ़ाना चाहिए और इसका फायदा लेना चाहिए.
म्यूचुअल फंड पोर्टफॉलियो को सुरक्षित करने के लिए डेट फंड शामिल करने चाहिए, लेकिन इससे पहले आपको कुछ अहम बातों को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए.
इक्विटी फंड म्यूच्यूअल फंड की वो स्कीम है, जो खासकर शेयर्स/कंपनी के स्टॉक्स में निवेश करती है. इन्हें Growth Fund (वृद्धि फंड) भी कहते हैं.
सेबी के नियमों के मुताबिक गिल्ट फंडों को अपने एसेट का कम से कम 80 फीसदी सरकारी सिक्योरिटीज में निवेश करना जरूरी है.
How To Save Tax: निवेशकों के लिए निवेश विश्वास, सुरक्षा, रिटर्न, लिक्विडिटी और साथ ही साथ लेन-देन के आसान तरीके का एक कॉम्बिनेशन होता है.
आईपीओ और एनएफओ दोनों प्राथमिक बाजार की पेशकश हैं, सही निवेश विकल्प बनाने के लिए दोनों के बीच के अंतर को समझना चाहिए.
एक म्यूचुअल फंड निवेशक के तौर पर आपभी ये चाहेंगे कि पोर्टफोलियो में भी एसी कलरफुल स्कीम शामिल हों जो आपके जीवन में खुशियों के रंग भर सके.