DCGI ने कहा कि कोविशील्ड (Covishield) (10 खुराक- पांच मिलीलीटर) के उपयोग की अवधि छह महीने से बढ़ाकर नौ महीने करने में कोई आपत्ति नहीं है.
Covishield- कंपनी ने आश्वासन दिया है कि इस आपूर्ति के कारण देश के एंटी-कोरोनावायरस टीकाकरण कार्यक्रम में कोई दिक्कत नहीं आएगी.
भारत कोविड-19 वैक्सीन के 6 करोड़ शॉट्स दूसरे देशों को सप्लाई कर चुका है, जबकि घरेलू आबादी को 4.5 करोड़ डोज ही लगाई गई हैं.
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि साइंटिफिक एविडेंस दर्शाता है कि Covishield का दूसरा डोज 6 से 8 हफ्तों के बीच देने पर ज्यादा सुरक्षा मिलती है
Vaccine Supply: कोरोना के दूसरे अटैक से निपटने और 'वैक्सीन कैपिटल' जैसे खिताब पर भी टिके रहने का हल वैक्सीन का प्रोडक्शन बढ़ाना ही है.
Serum Institute ने कहा कि भारत की जरूरतों को पूरा करने के अलावा वे दुनिया के बाकी देशों की जरूरत के साथ भी संतुलन बैठाने का प्रयास कर रहे हैं
AstraZeneca: आयरलैंड, बुल्गारिया, डेनमार्क, नार्वे और आयसलैंड ने ब्लड क्लॉटिंग की चिंताएं सामने आने के बाद एहतियात के तौर पर रोक लगा दी थी,
AstraZeneca वैक्सीन पर ICMR के पूर्व DG, प्रोफेसर एन के गांगुली से खास चर्चा. कब तक रहती है एंटीबॉडी और क्या हर साल लगानी होगी वैक्सीन?
Covid-19 Vaccine: एक और वैक्सीन को मंजूरी मिलने से भारत उन देशों की बराबरी में होगा जहां तेजी से वैक्सीनेशन पर काम हो रहा है.
Vaccination: वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगनी शुरू हो चुकी है. अगले महीने से बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगाना शुरू हो जाएगा.