अक्सर क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) और गोल्ड (Gold) के बीच तुलना होती है. सीमित सप्लाई और पारंपरिक करेंसी के विकल्प के तौर पर अक्सर इन्हें गोल्ड के मुकाबले तौला जाता है.
हालांकि, कई लोग अभी भी Bitcoin और दूसरी Cryptocurrency को लेकर बुलिश बने हुए हैं, लेकिन कुछ फाइनेंशियल एडवाइजर्स ने इस क्रैश का पहले ही अंदाजा लगा लिया था.
भारत में Cryptocurrency रेगुलेशंस में अभी अनिश्चितता है. जिस तरह से इनकी कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है, उसमें ये अभी जुए से ज्यादा कुछ नहीं हैं.
Bitcoin: सबसे ज्यादा प्रचलित क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन में गिरावट का सिलिसला पिछले कुछ दिनों से जारी है. भारत में तकरीबन 1.5 करोड़ लोगों ने क्रिप्टोकरेंसी में पैसा लगाया है
Cryptocurrency Chia: कॉइन मार्केट पर चिया की मौजूदा कीमत 1,379.64 अमेरिकी डॉलर है यानी रुपये में 1,00,995 के करीब
Bitcoin: मार्च में ही टेस्ला ने जानकारी दी थी कि वे अपनी इलेक्ट्रिक गाड़ियों के लिए बतौर पेमेंट बिटकॉइन भी लेने को तैयार हैं.
S&P का कहना है कि क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) एसेट्स का मार्केट लगातार बढ़ रहा है और निवेशकों में बेंचमार्क इंडेक्स की जरूरत की मांग भी उठी है
Cryptocurrency: विज्ञापन में स्पष्ट तौर पर जानकारी दी जाए और लोगों को आगाह किया जाए कि अभी इस तरह के निवेश विकल्प के लिए कोई कानून है ही नहीं. सवाल उठता है कि ऐसा करने को कहेगा कौन?
Brett Lee के इस दान से क्रिप्टोकरेंसी और बिटकॉइन (Bitcoin) फिर सुर्खियों में है. भारत में इसके रेगुलेशन के लिए अभी फ्रेमवर्क पर काम जारी है.
Cryptocurrency: डिजिटल करेंसी पर फ्रेमवर्क की खबरों के बीच WazirX के फाउंडर निश्चल शेट्टी आश्वस्त हैं कि सरकार क्रिप्टोकरेंसी को बैन नहीं करेगी