पीपीएफ खाते का पीरियड 15 साल का होता है. 15 साल बाद मैच्योरिटी होने के बाद भी आप अपने खाते को जारी रख सकते हैं.
PPF और ELSS दो अलग-अलग तरह के इन्वेस्टमेंट हैं. दोनों की तुलना करना मुश्किल है, लेकिन इनमें निवेश करने की सही रणनीति आपके लिए फायदेमंद हो सकती है.
Investment Ideas: बाजार में कई ऐसी इंवेस्टमेंट स्कीम्स मौजूद हैं, जो टैक्स में छूट के साथ-साथ फाइनेंशियल लक्ष्य हासिल करने में भी मदद करती हैं
PPF investment: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) स्कीम इसके लिए बिल्कुल सही रहेगी. इस स्कीम के तहत फिलहाल 7.1% सालाना ब्याज दिया जा रहा है.
वर्तमान में पीपीएफ पर ब्याज दर 7.1 फीसदी है, जो सालाना तौर पर चक्रवृद्धि है.
PPF Vs Mutual Fund: म्यूचुअल फंड्स में रिस्क ज्यादा है तो रिटर्न भी ज्यादा है, जबकि PPF में सेफ्टी ज्यादा लेकिन रिटर्न कम है.
PPF में आपका निवेश 15 साल तक लॉक रहता है. लेकिन अगर किसी को जरूरत है तो वो 15 साल के पहले भी जमा राशि का कुछ हिस्सा निकाल सकता है.
PFF account reactivation: यह सलाह दी जाती है की आप PPF खाता सक्रिय बनाए रखने के लिए प्रत्येक वित्तीय वर्ष के 31 मार्च तक इसमें 500 रुपये जमा करें
जब बेटियों के लिए लंबी अवधि के निवेश विकल्प की बात आती है, तो पेरेंट्स PPF और SSY के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं.
PPF में योगदान देने वालों को 1 अप्रैल 1986 से लेकर 14 जनवरी 2000 तक 12 फीसदी की ऊंची ब्याज दर का फायदा मिला है.