यह हड़ताल स्थायी नौकरियों की आउटसोर्सिंग को रोकने और कर्मचारियों की कमी को दूर करने के लिए की जा रही है
इस हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं प्रभावित होने की संभावना है.
4 दिसंबर 2023 से हड़ताल की शुरूआत होगी जो अलग अलग चरणों में 20 जनवरी 2024 तक चलेगी
कर्मचारी चालू वित्त वर्ष में दो और सरकारी बैंकों की निजीकरण करने के सरकार के फैसले के खिलाफ हड़ताल कर रहे हैं.
कृषि कानूनों में हुई किरकिरी के बाद सरकार ने संसद के इस सत्र में फिलहाल बैंकों के निजीकरण से जुड़े बिल को टालने में ही भलाई समझी है.
Bank Holidays: 30 मार्च और 3 अप्रैल को ही बैंक खुलेंगे. 27 मार्च से 4 अप्रैल तक इन दो दिनों को छोड़ दें तो बाकी दिन बैंक बंद रहने वाले हैं.
FM निर्मला सीतारमण ने इसी वित्त वर्ष में LIC का IPO लाने का ऐलान किया है. कर्मचारियों का कहना है ये कदम इंश्योरेंस इंडस्ट्री के हित में नहीं.
FM Nirmala Sitharaman latest news- फाइनेंशियल सेक्टर में भी पब्लिक सेक्टर एंटरप्राइज की मौजूदगी है और रहेगी. सभी सरकारी बैंकों का निजीकरण नहीं हो रहा है.
कंपनी का निजीकरण करने के खिलाफ और चार कंपनियों के विलय एवं वेतन में संशोधन पर जल्द फैसले की मांग को लेकर बुधवार को हड़ताल करने का निर्णय किया है.
Bank Strike: बैंकों की हड़ताल (Bank Strike) जारी है. सरकारी सेक्टर के बैंक कर्मचारी यूनियनों के आह्वान पर बैंकों में कामकाज ठप्प पड़ा हुआ है.