कार के छोटे-मोटे नुकसान के लिए कार बीमा का इस्तेमाल नो क्लेम बोनस के बड़े फायदे को कम कर देता है. छोटे-मोटे काम के लिए क्यों नहीं लेना चाहिए बीमा क्लेम? बीमा क्लेम न लेने पर कितना फायदा? No Claim Bonus का कैसे मिलेगा ज्यादा फायदा? कार बेचने पर कैसे मिलेगा No Claim Bonus का लाभ?
आमतौर पर लोग आटो इंश्योरेंस का मतलब थर्ड पार्टी इंश्योरेंस समझते हैं. यही इंश्योरेंस वाहन चलाने के लिए कानूनन जरूरी है. लेकिन आपको अपनी कार के लिए क्यों लेना चाहिए कॉम्प्रिहेंसिव इंश्योरेंस, इसमें कौन-कौन से Add Ons करें शामिल?
बड़ी संख्या में लोग ऑटो इंश्योरेंस का मतलब थर्ड पार्टी इंश्योरेंस समझते हैं. सड़क पर वाहन चलाने के लिए यह बीमा कानूनन अनिवार्य है. आपकी कार का कैसा होना चाहिेए बीमा, इसमें कौन-कौन से Add-Ons करें शामिल? कहीं फेल न हो जाए आपका कार बीमा? देखिए ये वीडियो.
गाड़ी खरीदने पर उसका इंश्योरेंस जरूरी होता है. इसी के आधार पर क्लेम के लिए दावा कर सकते हैं
वित्त वर्ष 2021-22 की अपेक्षा वित्त वर्ष 2022-23 में थर्ड पार्टी बीमा क्लेम में आया है 10 से 15 फ़ीसदी का उछाल
देश में करीब आधे वाहन बिना बीमा के दौड़ रहे हैं जबकि सड़क पर वाहन चलाने के लिए थर्ड पार्टी इंश्योरेंस अनिवार्य है.
सबसे अहम काम पुलिस में एफआईआर दर्ज कराने के बाद आपको तुरंत इंश्योरेंस कंपनी की ग्राहक सेवा पर कॉल करनी चाहिए और क्लेम फॉर्म भरना चाहिए.
गाड़ी बेचने वाला व्यक्ति बीमा हस्तांतरण के लिए जिम्मेदार होता है. बीमा हस्तांतरण गाड़ी बेचने के 14 दिन बाद हो जाना चाहिए.
भारत में चलने वाले हर वाहन का थर्ड पार्टी इंश्योरेंस कवर अनिवार्य है. बिना थर्ड पार्टी इंश्योरेंस के सड़क पर गाड़ी चलाना गैर-कानूनी है.
इस स्कीम के तहत एक ग्राहक ये पहले से ही तय कर लेता है कि उसकी कार साल में कितने किलोमीटर चलेगी. उसके हिसाब से ही प्रीमियम तय हो जाता है.