उत्तर प्रदेश (UP) के लोगों की शेयर बाजार में निवेश को लेकर रुचि बढ़ी है. नए निवेशक जोड़ने के मामले में देश की सबसे ज्यादा आबादी वाले राज्य यूपी ने सबसे बड़ी इकोनॉमी वाले राज्य महाराष्ट्र को पछाड़ दिया है. एनएसई (NSE) के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2023 में यूपी के 1.26 लाख लोगों ने शेयर बाजार में निवेश करने के लिए डीमैट खाते खुलवाए जबकि इस अवधि में महाराष्ट्र में 1.18 लाख नए डीमैट खाते खुले. शेयरों में निवेश के लिए डीमैट खाता जरूरी होता है. देश में मई अंत में कुल 11.81 करोड़ डीमैट थे.
आंकड़ों के अनुसार यूपी में भले ही आबादी ज्यादा हो, लेकिन इसने शीर्ष राज्यों में जगह बनाई है. यहां की जनसंख्या 24 करोड़ है, वहीं महाराष्ट्र की आबादी इसकी आधी यानी 12.6 करोड़ है. कोविड महामारी से पहले साल 2018-19 में महाराष्ट्र की इकोनॉमी 25.7 लाख करोड़ रुपए होने का अनुमान लगाया गया था, जबकि यूपी के लिए ये अनुमान 15.8 लाख करोड़ रुपए था.
क्या है वजह? कोरोना काल से देशभर में लोगों की शेयर बाजार में निवेश को लेकर रुचि बढ़ी है. अच्छा रिटर्न मिलने की वजह से लोग इस निवेश के प्रति आकर्षित हो रहे हैं. यूपी के नोएडा, ग्रेटर नोएडा, गाजियाबाद और मेरठ जैसे शहर उद्यमिता के मामले में तेजी से आगे बढ़ रहे हैं. जाहिर है यहां रोजगार के भी अवसर बढ़े हैं. इस वजह से उत्तर प्रदेश से डीमैट खाता खुलवाने वालों की संख्या बढ़ रही है.
नए खाते खुलने की ग्रोथ घटी एनएसई (NSE) के आंकड़ों के अनुसार अप्रैल 2023 में नए आठ लाख नए डीमैट खाते खुले जो साल 2020 नवंबर के बाद सबसे कम है. वहीं सेबी के आंकड़ों में पाया गया कि इस महीने करीब 16 लाख नए डीमैट खाते खोले गए. सेबी के अनुसार नंबरों में अंतर के पीछे का कारण एनएसई की ओर से महज यूनिक रजिस्टर्ड इंवेस्टरों का शामिल करना हो सकता है. इसमें उन निवेशकों को दोबारा शामिल नहीं किया जाता है जिनके एक से ज्यादा अकाउंट होते हैं. डिपॉजिटरी डाटा में बताया गया कि मई 2023 में 21 लाख नए डीमैट अकाउंट खोले गए हैं. साथ ही ये अनुमान लगाया जा रहा है कि गिरावट का ये दौर आगे जाकर बदल सकता है. मई में बाजार अपने उच्चतम स्तर के पास रहा है. शेयर बाजार के प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स और निफ्टी रिकॉर्ड ऊंचाई की ओर बढ़ रहे हैं.
पर्सनल फाइनेंस पर ताजा अपडेट के लिए Money9 App डाउनलोड करें।