देश में आईटी सेक्टर की सबसे बड़ी कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के निदेशक मंडल की अगले हफ्ते होने वाली बैठक में शेयरों की पुनर्खरीद के प्रस्ताव पर विचार किया जाएगा. TCS ने शुक्रवार को शेयर बाजारों को एक सूचना में यह जानकारी दी. इसके मुताबिक, कंपनी का निदेशक मंडल 11 अक्टूबर को होने वाली बैठक में अपने इ्क्विटी शेयरों की पुनर्खरीद के प्रस्ताव पर विचार करेगा.
टाटा समूह की कंपनी ने पहले घोषणा की थी कि वह 18,000 करोड़ रुपए तक के शेयरों की पुनर्खरीद करेगी. इस दौरान 4,500 रुपए प्रति शेयर मूल्य के चार करोड़ शेयरों की पुनर्खरीद करने की बात कही गई थी. ये शेयर मार्च, 2022 में जारी किए गए थे. यह घोषणा ऐसे समय में आई है जब आईटी कंपनियां राजस्व वृद्धि बनाए रखने के लिए संघर्ष कर रही हैं. शुक्रवार को बीएसई पर टीसीएस 0.87 फीसदी की गिरावट के साथ 3,620.20 रुपये पर बंद हुआ.
जेपी मॉर्गन के विश्लेषकों का कहना है कि भारतीय आईटी कंपनियाें की स्थिति अच्छी नहीं है. मांग में सार्थक वृद्धि न होने से हालात सुधरना मुश्किल है. इन्फोसिस, टीसीएस, विप्रो और एचसीएलटेक सहित सभी प्रमुख आईटी कंपनियों ने पहले ही चेतावनी दी है कि धीमी आर्थिक वृद्धि और आशंकाओं के कारण वे अपने आईटी खर्च को कम कर रहे हैं. यहां तक कि अनुबंध भी रद्द कर रहे हैं. जेपी मॉर्गन को वित्त वर्ष 2025 में लार्ज-कैप आईटी कंपनियों में आय वृद्धि की उम्मीद है.
इन दो कंपनियों ने भी किए थे बायबैक
टीसीएस के अलावा इस दो और आईटी कंपनियां भी बायबैक कर चुकी हैं. इनमें इंफोसिस और विप्रो शामिल हैं. इंफोसिस ने 9,300 करोड़ रुपए में फरवरी 2023 में 6.04 करोड़ शेयर वापस खरीदे थे. वहीं जून में विप्रो ने 12,000 करोड़ रुपए के शेयर बायबैक किए थे.