SEBI: सेबी ने शेयर बाजार में हेरफेर करने वालों को सावधान किया है. शेयर बाजार नियामक सेबी ने बाजार में होने वाली गड़बड़ियों पर नजर रखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी एआई (AI) का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. सेबी के सदस्य कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने बाजार में गलत तरीके से कारोबार करने वालों को अलर्ट करते हुए कहा है कि मार्केट रेगुलेटर जांच के लिए एआई को प्रयोग में ला रही है. साथ ही उन्होंने ब्रोकर्स को भी सावधान रहने की सलाह दी है.
बाजार में पारदर्शिता जरुरी
गौरतलब है कि शेयर बाजार में पिछले कुछ समय बाजार में हेरफेर को लेकर बाजार नियामक सख्त हो गया है. इसी क्रम में अब सेबी ने जांच में तेजी लाने के अलावा कई क्षेत्रों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का प्रयोग किया है. कमलेश चंद्र वार्ष्णेय ने नेशनल एक्सचेंजस मेंबर्स ऑफ इंडिया (ANMI) के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए कहा कि निवेशकों और बाजार के हित में सेबी के लिए पारदर्शिता लाना बहुत जरुरी है. उन्होंने कहा कि शेयर बाजार में कानून का पालन करना ही लाभकारी है. इसके उल्लंघन से निवेशकों और बाजार दोनों के लिए समस्याएं पैदा होंगी.
ब्रोकर्स की अहम् भूमिका
कमलेश चंद्र ने कहा कि बाजार नियामक सेबी शेयर बाजार में छोटे या बड़े निवेशकों को गुमराह करने वालों को रोकने के लिए प्रतिबद्ध है. ऐसे में, हम ब्रोकरों से अपील करते हैं कि वो बाजार में होने वाले किसी भी हेरफेर को लेकर चौकन्ने रहें और इस पर अपनी पैनी नजर रखें. सेबी भी अपनी तरफ से लगातार इस तरह के गतोरोधों पर नजर बनाए रखा है. किसी भी तरह का अंदेशा होने पर नियामक जांच के साथ कार्रवाई भी कर रहा है. उन्होंने कहा कि हमें निवेशकों का भरोसा जीतना होगा और इसके बिना हर कोशिश असफल हो जाएगी. निवेशकों का भरोसा जितने में सबसे बड़ी भूमिका ब्रोकर्स की है.अगर वो हमारा साथ दें तो नियामक जल्दी ही इस तरह के हेरफेर पर लगाम कसने में सफल होगा.
नई तकनीक पर जोर दे रहा सेबी
शेयर बाजार को आसान और निवेशकों के अनुकूल बनाने के लिए सेबी लगातार कोशिश कर रहा है. इससे पहले भी सेबी ने कहा था कि वह आने वाले समय में वह टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल पर जोर देगा और इसके लिए जिओटैगिंग भी शुरू की जाएगी. सेबी ने एआई के इस्तेमाल के साथ ही अन्य आईटी तकनीकों पर भी काम कर रहा है. पिछले कुछ सालों में भारत में शेयर बाजार में निवेश बढ़ा है.