देश की सबसे मूल्यवान कंपनी Reliance Industries Ltd यानी RIL ने वित्त वर्ष 2023-24 की पहली तिमाही में नतीजों के हिसाब से निवेशकों को निराश ही किया है. सोमवार को इसे शेयर ने 2,469.30 का निचला स्तर छुआ, इंट्राडे में पौने तीन फीसदी तक लुढ़क गया था.
शुक्रवार शाम को जारी पहली तिमाही में कंपनी के नतीजे बाजार अनुमान से कमजोर रहे. पहली तिमाही में RIL का कंसोलिडेटेड मुनाफा साल दर साल 17,955 करोड़ रुपए से 10.8 फीसदी घटकर 16,011 करोड़ रुपए रहा, जबकि ज्यादातर एनालिस्ट करीब 17,000 करोड़ रुपए के मुनाफे की उम्मीद कर रहे थे.
पहली तिमाही में RIL की आय 5.5 फीसदी घटी है. साल दर साल कंपनी की आय 2.19 लाख करोड़ रुपए से घटकर 2.07 लाख करोड़ रुपए रही है. नतीजों में सबसे ज्यादा दबाव O2C यानी ऑयल टू केमिकल सेगमेंट ने बनाया है जिसका कंपनी की आय में बड़ा योगदान है. O2C सेगमेंट का जून तिमाही की आय में 62 फीसदी योगदान था. पिछले साल की समान अवधि की तुलना में क्रूड कीमतों में तेज गिरावट से रिफाइनिंग सेगमेंट का प्रदर्शन कमजोर रहा. हालांकि रिटेल और टेलीकॉम कारोबार का प्रदर्शन अच्छा रहा है
6% टूटा था RIL का GDR जून तिमाही के नतीजों के बाद लंदन में लिस्टेड रिलायंस के GDR यानी Global Depository Receipts में 6 फीसदी से ज्यादा की गिरावट दर्ज की गई. नतीजे जारी होने से पहले घरेलू बाजार में भी शुक्रवार को शेयर करीब 2.5 फीसदी की कमजोरी लेकर बंद हुआ था. BSE पर शेयर 2.57 की कमजोरी के साथ 2,536.20 रुपए पर बंद हुआ था.
RIL पर ब्रोकर्स की राय जून तिमाही के नतीजों में कमजोरी के बावजूद RIL को लेकर ज्यादातर ब्रोकर्स का तेजी का नजरिया बरकरार है. विदेशी ब्रोकरेज हाउसेज की बात करें तो जेपी मॉर्गन, गोल्डमैन सैक्स, जेफरीज और नोमुरा, इन सभी ने शेयर पर ओवरवेट या खरीदारी की राय को बरकरार रखा है. जेपी मॉर्गन ने शेयर पर ओवरवेट की रेटिंग बरकरार रखी है और लक्ष्य बढ़ाया है. जेपी मॉर्गन ने शेयर का लक्ष्य 2,696 रुपए से बढ़ाकर 3,040 रुपए कर दिया है. इसी तरह जेफरीज ने भी खरीदारी की सलाह को बरकरार रखा है और लक्ष्य 2,846 रुपए से बढ़ाकर 2,935 रुपए कर दिया है. गोल्डमैन सैक्स की शेयर पर 2,725 रुपए के लक्ष्य के साथ खरीदारी करने की राय है. नोमुरा ने भी शेयर पर खरीदारी की सलाह को बरकरार रखते हुए 2,925 रुपए का लक्ष्य निर्धारित किया है.
घरेलू ब्रोकर्स में मोतीलाल ओसवाल ने 2,935 रुपए के लक्ष्य के साथ खरीदारी करने की राय को बरकरार रखा है. पर Nuvama Wealth ने लक्ष्य 3,205 रुपए से घटाकर 3,088 रुपए कर दिया है हालांकि खरीदारी की राय बरकरार रखी है. पर कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने रेटिंग और लक्ष्य दोनों में कटौती की है कोटक इंस्टीट्यूनशन इक्विटीज ने रिलायंस की रेटिंग खरीदें से घटाकर Add कर दी है और और लक्ष्य 2,800 रुपए से घटाकर 2,700 रुपए कर दिया है.
Kotak Securities के Head of Research (Retail) श्रीकांत चौहान के मुताबिक, “तकनीकी तौर पर RIL का शेयर JFSL के डीमर्जर के बाद ऊंचाई से correct हो रहा है. बुरी से बुरी स्थिति में शेयर ₹2,470 और ₹2,430 तक फिसल सकता है और ऊपर में ₹2,530 और ₹2,590 पर शेयर के लिए रजिस्टेंस है.”
इसी तरह विदेशी ब्रोकर्स में मॉर्गन स्टैनली और मैक्वायरी की रिपोर्ट्स नकारात्मक हैं. मॉर्गन स्टैनली ने शेयर की ओवरवेट को तो बरकरार रखा पर लक्ष्य 3,210 रुपए से घटाकर 3,000 रुपए कर दिया है. केवल मैक्वायरी एक ऐसा ब्रोकर है लंबे समय से शेयर पर अंडरपरफॉर्म की रेटिंग को बरकरार रखे हुए है और लक्ष्य 2,100 का दिया है जोकि 24 जुलाई की क्लोजिंग से भी करीब 15 फीसदी नीचे है. 24 जुलाई को शेयर करीब 2 फीसदी की कमजोरी लेकर बंद हुआ था
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