देश की सबसे बड़ी स्वास्थ्य बीमा कंपनी और भारतीय शेयर बाजार की सबसे बड़े निवेशक भारतीय जीवन बीमा निगम यानी LIC ने जून तिमाही के दौरान कई दिग्गज कंपनियों के शेयर बेचे हैं. LIC ने अप्रैल से जून के दौरान कुल 25,900 करोड़ रुपए के शेयरों बिक्री की है. जून तिमाही में कंपनी की तरफ से की गई यह सबसे बड़ी शेयर बिक्री है. कंपनी की ओर से 87 दिग्गज कंपनियों के शेयरों में बिकवाली की गई है.
इन कंपनियों के शेयर में की बिकवाली
LIC ने जिन ब्लूचिप कंपनियों में बिकवाली की है उनमें हिंदुस्तान युनिलीवर (1,893.27 करोड़ रुपए), रिलायंस इंडस्ट्रीज (1,469 करोड़ रुपए), मारुति सुजूकी इंडिया (1,053 करोड़ रुपए), अल्ट्राटेक सीमेंट (1,312 करोड़ रुपए), लार्सन एंड टूब्रो (1,260 करोड़ रुपए), ब्रिटानिया इंडस्ट्रीज (996 करोड़ रुपए) और बजाज ऑटो (2,025.8 करोड़ रुपए) शामिल है. इनके अलावा नेस्ले इंडिया (981 करोड़ रुपए), एनटीपीसी लिमिटेड (958.8 करोड़ रुपए), टाइटन (877.9 करोड़ रुपए) और पावर ग्रिड कॉर्पोरेशन (762.5 करोड़ रुपए) में भी बिकवाली की गई है. गौरतलब है कि जून तिमाही में एक ओर जहां कई कंपनियों के शेयर में मजबूती देखने को मिली थी, वहीं उसके विपरीत एलआईसी ने शेयरों में भारी बिकवाली की है.
LIC के पास इन कंपनियों की है होल्डिंग
एलआईसी के पास फिलहाल एचडीएफसी बैंक (701.6 करोड़ रुपए), आईसीआईसीआई बैंक (574.7 करोड़ रुपए), जेएसडब्ल्यू स्टील (697.4 करोड़ रुपए) और सरकारी कंपनी एनएमडीसी लिमिटेड (755.8 करोड़ रुपए) की होल्डिंग है. ऐसा माना जा रहा है कि एलआईसी ने इन कंपनियों में कुछ साल या फिर करीब एक दशक पहले काफी निचले स्तर पर निवेश किया था. बता दें कि एलआईसी पॉलिसीधारकों से इंश्योरेंस प्रीमियम के तौर पर जमा की गई रकम को शेयर बाजार में निवेश करता है.
कंपनी कहां-कहां करती है LIC निवेश
IRDAI के नियमों के मुताबिक एलआईसी को कुल प्रीमियम का 50 फीसद हिस्सा सरकारी सिक्योरिटी या G-Sec और 15 फीसद हिस्सा इंफ्रास्ट्रक्चर में निवेश करना होता है. इसके अलावा बाकी बचे 35 फीसद हिस्से को शेयर, नॉन कन्वर्टेबल डिबेंचर, कमर्शियल पेपर, सर्टिफिकेट ऑफ डिपॉजिट, म्यूचुअल फंड और अन्य मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट में निवेश किया जाता है.