जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड मार्केट में जल्द ही अपना आईपीओ लाने वाली है. इसके लिए कंपनी ने सेबी के पास ड्राफ्ट फाइल कर दिया है. इस आईपीओ के तहत 2800 करोड़ रुपए के शेयर जारी हो सकते हैं. आईपीओ के जरिए 880 करोड़ रुपए जुटाने का लक्ष्य है. इसका इस्तेमाल कंपनी अपनी सब्सिडियरी जेएसडब्ल्यू धरमतर पोर्ट का कर्ज चुकाने और जेएसडब्ल्यू जयगढ़ पोर्ट में निवेश के लिए करेगी.
कंपनी ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत शेयरों की बिक्री नहीं करेगी. जेएसडब्ल्यू इंफ्रास्ट्रक्चर कार्गो हैंडलिंग क्षमता के मामले में भारत का दूसरा सबसे बड़ा बंदरगाह ऑपरेटर है. इसमें ड्राई बल्क, ब्रेक बल्क, लिक्विड बल्क, गैस और कंटेनर सहित मल्टी-कमोडिटी कार्गो के लिए प्रति वर्ष 153.43 मिलियन टन स्थापित कार्गो हैंडलिंग क्षमता है. जनवरी 2010 में जेएसडब्ल्यू एनर्जी लिमिटेड के सार्वजनिक होने के 13 साल बाद, यह जेएसडब्ल्यू समूह की तीसरी सार्वजनिक पेशकश होगी. जेएसडब्ल्यू समूह सीमेंट, पेंट और खेल व्यवसाय में भी काम करता है.
कंपनी ने वित्त वर्ष 2023 की दिसंबर तिमाही में 447.2 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ दर्ज किया था, जबकि ब्याज, कर और एबिटा से पहले की कमाई 1,268.6 करोड़ रुपए रही. दिसंबर 2022 के आखिर में कंपनी के कार्गो वॉल्यूम में एक साल पहले की समान अवधि की तुलना में 35%, राजस्व में 41%, ऑपरेशन लाभ में 31% और टैक्स के बाद लाभ में 30% की वृद्धि हुई.
कंपनी के ये शेयर हैं लिस्टेड
अभी तक जेएसडब्ल्यू ग्रुप के बहुत से शेयर लिस्टेड हैं, इनमें जिंदल शॉ, जिंदल स्टील, जिंदल इंफ्रा लॉजिस्टिक्स, जिंदल स्टेनलेस, जेएसडब्ल्यू एनर्जी, जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स, जेएसडब्ल्यू स्टील, नालवा सन्स इनवेस्टमेंट्स और शालीमार पेंट्स शामिल हैं.