शेयर बाजार में शुक्रवार के कारोबार में अदानी समूह की सभी कंपनियों में एक बार फिर से बिकवाली देखने को मिली. फ्लैगशिप कंपनी अदानी एंटरप्राइजेज में सबसे ज्यादा 10 फीसद की गिरावट देखने को मिली. दरअसल, समूह की कंपनियों के शेयरों में आई गिरावट की वजह अमेरिका से आई खबर को माना जा रहा है. खबर है कि अमेरिका की अथॉरिटी अदानी ग्रुप की ओर से अमेरिकी निवेशकों को दिए गए रिप्रिजेंटेशन की जांच कर रही है. इस जांच के तार हिंडनबर्ग की रिपोर्ट से जोड़कर देखे जा रहे हैं जिसमें अदानी समूह पर विदेशी कंपनियों की मदद से शेयर भाव में हेराफेरी और अकाउंटिंग फ्रॉड का आरोप है.
क्या है मामला?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिकी शेयर बाजार रेग्युलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने भी इस तरह की एक जांच शुरू कर दी है. अमेरिकी जांच एजेंसियों के निशाने पर आने की वजह से अदानी समूह की मुश्किलें बढ़ने की आशंका है और यही वजह है कि समूह के शेयरों में बिकवाली देखने को मिल रही है. सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने अदानी समूह के बड़े निवेशकों से जानकारी मांगी है कि उनकी समूह के साथ क्या बातचीत हुई है.
हिस्सेदारी बेचने के लिए बातचीत
बता दें कि अदानी ग्रुप ने अपनी NBFC अदानी कैपिटल में हिस्सेदारी बेचने के लिए इंटरेनशनल स्ट्रैटेजिक और फाइनेंशियल इन्वेस्टर्स से बातचीत शुरू कर दी है. बताया जा रहा है कि अदानी ग्रुप ने अपने सभी कारोबारों में अपनी पोजिशन को रीव्यू करने के बाद अदानी कैपिटल में हिस्सेदारी बेचने का फैसला किया है. वहीं अदानी ट्रांसमिशन 1,700 करोड़ रुपए की लोन डील पूरी करने के करीब है. कंपनी ये लोन 9 वैश्विक बैंकों के एक कंसोर्टियम से लेगी. ऐसी उम्मीद है कि ये डील जुलाई के अंत तक पूरी हो जाएगी. कंपनी इस पैसे का इस्तेमाल महाराष्ट्र में 400 KV का एक सबस्टेशन और ट्रांसमिशन लाइन्स लगाने में किया जाएगा.