देश की सबसे बड़ी मल्टीप्लेक्स कंपनी PVR Inox अगले छह महीने में अपने 50 स्क्रीन को बंद करेगी. हाल ही में PVR और InoX का विलय हुआ है. ये सभी स्क्रीन घाटे में चल रही हैं या फिर ऐसे मॉल्स में हैं जो अपने लाइफ साइकिल के अंतिम चरण में हैं और उनके रिवाइव होने की संभावना बिल्कुल भी नहीं है. दरअसल, PVR Inox लिमिटेड को मार्च तिमाही में 334 करोड़ रुपए का शुद्ध घाटा हुआ है. कमजोर नतीजों से मंगलवार को कंपनी शेयर 1403.40 रुपए पर लुढ़क गया. इस दौरान कंपनी के शेयर ने 52 हफ्ते का निचला स्तर छुआ.
दरअसल, ओटीटी के बढ़ते वर्चस्व के बीच पीवीआर के मल्टीप्लेक्स हिट फिल्मों के लिए तरस रहे हैं. इसका असर कंपनी के कारोबार पर पड़ा है. PVR और Inox के मर्जर के बाद बनी नई कंपनी PVR Inox ने पहली बार नतीजे घोषित किए जो काफी निराशाजनक रहे हैं. क्योंकि नई कंपनी की आय तो दोगुना से ज्यादा हो गई पर साथ ही साथ घाटा भी तीन गुना बढ़ गया है..
वित्त वर्ष 2022-23 की चौथी तिमाही में कंपनी का घाटा 95.6 करोड़ रुपए से तीन गुना बढ़कर 285.7 करोड़ रुपए पर पहुंच गया है. हालांकि कंपनी की आय 552.6 करोड़ रुपए से 111 फीसदी यानी 2.1 गुना बढ़कर 1164.7 करोड़ रुपए पर रही है और कंपनी कामकाजी घाटे से कामकाजी मुनाफे में लौट आई है. पिछले साल की समान अवधि में 17.8 करोड़ के कामकाजी घाटे के मुकाबले कंपनी को 26.9 करोड़ रुपए का कामकाजी मुनाफा हुआ है.
राहत की उम्मीद
खराब नतीजों के विपरीत मैनेजमेंट की कमेंट्री से PVR Inox के निवेशकों को जरूर थोड़ी राहत मिली है. मैनेजमेंट ने चालू वित्त वर्ष में 150-175 नई स्क्रीन जोड़ने की घोषणा की है. यानी कि कंपनी की ओर से क्षमता विस्तार का काम जारी रहेगा. इसके अलावा NCDs के जरिए 100 करोड़ रुपए जुटाने को भी बोर्ड ने मंजूरी दी है. शायद इसीलिए कारोबार की समाप्ति पर शेयर दिन के निचले स्तर से रिकवरी लेकर बंद हुआ था.