लंबे वक्त से खराब दौर में बने ऑटो सेक्टर में हालात धीरे-धीरे सुधरने लगे हैं. गुजरी तिमाही के रिजल्ट इस बात की ओर इशारा कर रहे हैं.
खाद्य मंत्रालय के अधिकारियों ने कह दिया है कि कीमतें काबू में नहीं आईं तो गेहूं आयात पर लगने वाली 40 फीसद इंपोर्ट ड्यूटी को हटाया जा सकता है.
पिछले साल के अंत में मोबाइल पर खर्च एक चौथाई बढ़ गया था. अब कंपनियां फिर से किराए बढ़ाने की तैयारी में हैं. देखिए ये खास रिपोर्ट-
9 महीने तक शेयर बाजार में एकतरफा बिकवाली करने वाले विदेशी निवेशक अब खरीदारी करने लगे हैं. लेकिन आखिर कब तक टिकेंगे FIIs?
घटती कमाई और नुकसान बढ़ने की आशंका ने अमेरिका से लेकर भारत तक टेक कंपनियां को खर्चे घटाने पर मजबूर कर दिया है.
GST लागू होने के बाद पूरे देश में कार का एक्स-शोरूम प्राइस तो एक-जैसा होता है लेकिन अलग-अलग राज्य में ऑनरोड प्राइस में अंतर होता है.
दुनियाभर में महंगाई है. मंदी की आशंका बढ़ गई है. यानी मुश्किल वक्त में गोल्ड की निवेश मांग बढ़ाने के लिए वजह की कमी नहीं.
वित्तवर्ष 2023 की पहली तिमाही में निफ्टी और कॉर्पोरेट जगत के नतीजे अनुमान से कमजोर रहे. महंगाई का असर कंपनियों की बैलेंसशीट पर भी दिखने लगा है.
AGM में मुकेश अंबानी ने उत्तराधिकार प्लान को लेकर भी बड़ी बात कही है. क्या कुछ खास रहा RIL की AGM में? चलिए जानते हैं इस वीडियो में.
मंडी में कपास की नई फसल पहुंचने में अभी एक महीना है लेकिन अभी से भाव आसमान पर है. आखिर क्या है पूरा मामला? देखें स्पेशल रिपोर्ट-