सरकार बजट में घाटे पर घाटे दिए जाती है. तमाम लोग इस घाटे को लेकर चिंता व्यक्त करते हैं लेकिन सरकार मजे में चलती रहती है.
बब्बन महतो बिजली विभाग में ठेके पर काम करते हैं. 10,400 रुपए की सैलरी है जो पांच महीने से मिली ही नहीं है.
केंद्र सरकार की मनरेगा एक ऐसी स्कीम है जिसे कोई पसंद नहीं करता फिर भी चल रही है. हर सार बजट आवंटन को लेकर यह योजना खूब चर्चाओं में रहती है.
अपने खर्चों को पूरा करने के लिए सरकार कर्ज पर कर्ज लेती रहती है. इसका भुगतान आपकी जेब से ही किया जाता है.
अपने कामकाजी सालों में ईमानदारी से टैक्स चुकाने वाले पेंशनर जीवन के इस पढ़ाव में क्यों ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं?
निवेश पर कम रिटर्न और कमाई पर ज्यादा टैक्स दुखी कर रहा है मनोज कुमार जैसे बचत करने वालों को.
बजट 2023 से पहले किसान, मजदूर, गृहणी और मरीज ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को चिट्ठी लिखकर अपने अरमान बताए हैं.
सरकार हर साल बजट में आय और खर्च से जुड़े बड़े-बड़े आंकड़े पेश करती है.
विक्रम ने बेताल से पूछ लिया बड़ा सवाल- सरकार बजट में चाह कर भी आम लोगों के लिए कुछ कर क्यों नहीं पाती, जानने के लिए देखिए यह खास शो-
शांतनु ग्रेटर नौएडा में घर खरीदकर फंस गए हैं. घर का किराया भी दे रहें हैं और फ्लैट के लोन की EMI भी दे रहें हैं. बुक किया घर कब मिलेगा कुछ पता नहीं.