चीन गंवा रहा अमेरिकी बाज़ार, कौन हैं नए भागीदार! चीन ने पकड़ा कौन सा बाजार? कहां गई ग्लोबलाइज़ेशन की रफ़्तार? ये कैसी उलटबाँसी है यार! समझिए इस बार के Economicom में.
COP-28 में कार्बन क्रेडिट को लेकर क्या हुआ? क्या अफ्रीका का कार्बन मार्केट सस्ते में लूट लिया गया? दुनिया में पर्यावरण कैसे बचेगा? कार्बन क्रेडिट के बाजार में भारत कहां खड़ा है? समझिए इस बार के Economicom में.
दुनिया के दो सबसे महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार मार्ग इन दिनों मुश्किल में है. पहला पनामा नहर जिसका पानी सूख रहा है दूसरा स्वेज कनाल का रास्ता जहां हूती विद्रोहियों का कहर बरस रहा है. दुनिया भर के बंदरगाह संकट में है और व्यापारी सकते में है, अब कौन से नए रास्ते से होगा व्यापार? जानने के लिए देखिए इस हफ्ते का Economicom.
देश की 80 करोड़ कार्यशील आबादी में सिर्फ 6 करोड़ ही मौज में हैं. लेकिन सरकार इन पर सब्सिडी लुटाती है. इनके अलावा बचे भारत में दो बड़े हिस्से हैं. दोनों की पहेली बड़ी कठिन है. इस बार चुनाव में वोट डालने से पहले सोचिएगा कि सरकारें बदल रही हैं लेकिन क्या आपकी आर्थिक स्थिति बदली? भारत के भीतर बसने वाले तीन भारत में आप किस हिस्से में हैं? सरकारें आपको क्या दे रहीं हैं? देखने, सोचने. समझने में दिक्कत हो रही हो तो इस इकोनॉमिकम की टॉर्च साथ ले जाइएगा.
इस बार कच्चा तेल महंगा होने के लिए वजहों की कमी नहीं थी, 2-2 युद्ध चल रहे थे, रूस-सऊदी की तरफ से उत्पादन घटाया जा रहा था, ऑयल रूट बंद हो गए थे. लेकिन इन तमाम वजहों के बावजूद कच्चा तेल क्यों महंगा नहीं हुआ?
सुप्रीम कोर्ट ने Electoral Bonds को क्यों किया रद्द? कैसे हुई Electoral Bonds की शुरूआत? Electoral Bonds को सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा असंवैधानिक? इसे लागू क्यों किया गया. इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़े सभी सवालों के जवाब के लिए देखिए मनी9 का खास शो “इकोनॉमिकम”.
अचानक फिनटेक की क्रांति से क्यों लगने लगा डर? Paytm पर ऐक्शन से पूरी फिनटेक इंडस्ट्री सवालों में क्यों? नियमों की शून्यता के बीच कैसे खड़ा हो गया डिजिटल उद्योग? आखिर क्यों खतरा लगने लगी है यह डिजिटल क्रांति? जानने के लिए देखिए Economicom.
WTO क्यों बना था इसीलिए न कि दुनिया में वैश्विक कारोबार को दिशा मिले, सब सबके साथ कारोबार करें, सबका के साथ सबका विकास हो? क्या WTO की बुनियाद में ही कोई खोट है जो इतनी खींचतान के बाद भी कोई ठोस नतीजे निकलते नहीं दिखते हैं. विस्तार से समझिए WTO के सारे समीकरण इस हफ्ते इकोनॉमिकम में अंशुमान तिवारी के साथ...
MSP पर सरकार जो चाहती थी, किसान वही मांग रहे, फिर कन्फ्यूजन क्यों? MSP को तो वैश्विक स्तर पर कानूनी मान्यता दिलाने के लिए सरकार WTO में लड़ाई लड़ रही है, फिर किसानों को MSP की गारंटी देने से परहेज क्यों? भारत के पास कैसे है अमेरिका या वियतनाम जैसी बड़ी कृषि शक्ति बनने का मौका?
इकोनॉमी चलाने के लिए क्या रूस की मजबूरी बन गया है युद्ध? क्या युद्ध भी आर्थिक तरक्की का जरिया बनते हैं? युद्धों की वजह से कैसे घूमता था इकोनॉमी का पहिया? अमेरिका को महाशक्ति बनाने में युद्धों का योगदान कैसे? कितना वीभत्स है युद्ध का अर्थशास्त्र? इकोनॉमिकम के इस अंक में युद्धों के आर्थिक पहलू पर चर्चा हो रही है.