• बड़ा धोखा हुआ!

    क्या है ग्‍लोबल वार्मिंग का टारगेट 1.5 ड‍िग्री? कैसे दुनिया के भविष्‍य को तूफानों चक्रवातों सूखे भूस्‍खलन के हवाले कर दिया है? फॉसिकल फ्यूल को लेकर क्‍या है सरकार की योजनाएं? जानने के लिए देखें Economicom का 101 एपिसोड.

  • इन सौदों के पीछे क्या है?

    स्वास्थ्य सेवाओं के बाजार में बड़ी उथल-पुथल हो रही है. कोविड के बाद दुनियाभर के निवेशक पूंजी के थैले लेकर भारतीय भारतीय बाजार में निकल पड़े हैं. खराब सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं और भारतीयों की गिरती सेहत अब बड़ा बाजार बन गया है. अस्पतालों के बाजार में क्या हो रहा है जानने के लिए देखें इस हफ्ते का Economicom. देखिए Economicom EP 86: ये क्या हो रहा है भारत के दवा बाजार में?- https://youtu.be/grelAHRfLXY

  • देख रहा है बिनोद...

    2023 का साल निवेश के लिए कई वर्षों में सबसे शानदार रहा, मगर इस बाजार में कमाने वाले कम थे गंवाने वाले ज्यादा, क्यों? देखिए ये आइना! देखें Economicom का लेटेस्ट एपिसोड.

  • फंस ही गए जाल में...

    भारत सरकार का कर्ज देखकर क्यों हिल गया IMF? भारत पर कुल कितना कर्ज? तो इसलिए आई विदेश से कर्ज उठाने की नौबत! भारतीयों की बचत पर क्यों भारी है सरकार का कर्ज? क्या भारत पर है कर्ज डिफाल्ट का खतरा? जानने के लिए देखें इस हफ्ते का Economicom का एपिसोड नंबर 104.

  • तो...बदल गई दुनिया!

    चीन गंवा रहा अमेरिकी बाज़ार, कौन हैं नए भागीदार! चीन ने पकड़ा कौन सा बाजार? कहां गई ग्लोबलाइज़ेशन की रफ़्तार? ये कैसी उलटबाँसी है यार! समझिए इस बार के Economicom में.

  • कौन जीतेगा इस बाजार में?

    COP-28 में कार्बन क्रेडिट को लेकर क्या हुआ? क्या अफ्रीका का कार्बन मार्केट सस्‍ते में लूट लिया गया? दुनिया में पर्यावरण कैसे बचेगा? कार्बन क्रेडिट के बाजार में भारत कहां खड़ा है? समझिए इस बार के Economicom में.

  • ऐसा किसने सोचा था?

    दुनिया के दो सबसे महत्वपूर्ण समुद्री व्यापार मार्ग इन दिनों मुश्किल में है. पहला पनामा नहर जिसका पानी सूख रहा है दूसरा स्वेज कनाल का रास्ता जहां हूती विद्रोहियों का कहर बरस रहा है. दुनिया भर के बंदरगाह संकट में है और व्यापारी सकते में है, अब कौन से नए रास्ते से होगा व्यापार? जानने के लिए देखिए इस हफ्ते का Economicom.

  • एक दो तीन...

    देश की 80 करोड़ कार्यशील आबादी में सिर्फ 6 करोड़ ही मौज में हैं. लेकिन सरकार इन पर सब्सिडी लुटाती है. इनके अलावा बचे भारत में दो बड़े हिस्से हैं. दोनों की पहेली बड़ी कठिन है. इस बार चुनाव में वोट डालने से पहले सोचिएगा कि सरकारें बदल रही हैं लेकिन क्या आपकी आर्थिक स्थिति बदली? भारत के भीतर बसने वाले तीन भारत में आप किस हिस्से में हैं? सरकारें आपको क्या दे रहीं हैं? देखने, सोचने. समझने में दिक्कत हो रही हो तो इस इकोनॉमिकम की टॉर्च साथ ले जाइएगा.

  • अब क्या करेंगे सुल्तान?

    इस बार कच्चा तेल महंगा होने के लिए वजहों की कमी नहीं थी, 2-2 युद्ध चल रहे थे, रूस-सऊदी की तरफ से उत्पादन घटाया जा रहा था, ऑयल रूट बंद हो गए थे. लेकिन इन तमाम वजहों के बावजूद कच्चा तेल क्यों महंगा नहीं हुआ?

  • अभी नहीं तो कभी नहीं...

    सुप्रीम कोर्ट ने Electoral Bonds को क्यों किया रद्द? कैसे हुई Electoral Bonds की शुरूआत? Electoral Bonds को सुप्रीम कोर्ट ने क्यों कहा असंवैधानिक? इसे लागू क्यों किया गया. इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़े सभी सवालों के जवाब के लिए देखिए मनी9 का खास शो “इकोनॉमिकम”.