Mutual Fund का AUM जितना ज्यादा होगा फीस उतनी कम होगी. इससे जुड़ी बारीकियों को जानने के लिए देखिए ये वीडियो
सेबी ने सभी एसेट मैनेजमेंट कंपनियों से कहा है कि अब फंड विदेशी शेयरों की खरीद न करें. सेबी ने ये भी कहा है कि वे अब निवेशकों से निवेश न लें.
शेयर बाजार में अक्सर शेयरों की Bulk और Block डील होती है. इनसे शेयरों की दिशा का अंदाजा लग सकता है. इसका डेटा आपको एक्सचेंजों से मिल जाता है.
रियल एस्टेट सेक्टर के हालत सुधरने की उम्मीद में जिन निवेशकों ने पिछले साल Godrej Properties में निवेश किया था, उन्हें भारी नुकसान दिख रहा है.
FD की तरह इनके मैच्योर होने का एक तय तिथि होती है, इसलिए इन्हें टारगेट मैच्योरिटी फंड कहते हैं.
क्या होती हैं होल्डिंग कंपनियां? आखिर ये कंपनियां करती क्या हैं? क्या होल्डिंग कंपनियों के शेयर सस्ते होते हैं और क्या वाकई इनमें कमाई का मौका मिलेगा
इंफ्रास्ट्रक्चर म्यूचुअल फंड क्या होते हैं? ये डायवर्सिफाइड म्यूचुअल फंड्स के मुकाबले बेहतर होते हैं या नहीं? इसे जानने के लिए देखिए यह वीडियो.
सरकार को अब आपसे कर्ज लेने में भी कोई गुरेज नहीं है. रिजर्व बैंक ने इसके लिए मंजूरी दे दी है लेकिन, इसमें आपको भी फायदा है.
आमतौर पर किसी भी NFO की कीमत 10 रुपए प्रति यूनिट पर तय की जाती है. फंड मैनेजर बाजार के मौजूदा रुख को देखकर NFO लांच करते हैं .
निचले स्तरों से रिकवरी पर मुनाफावसूली हावी होने से बाजार में उतार-चढ़ाव के साथ बीता पहला घंटा.