कोरोना काल खत्म हुआ तो देश में काम-धंधे सब तेज चल पड़े. इनके चलने के साथ ही बिजली की मांग भी बढ़ गई. बिजली की मांग बढ़ने से पावर कंपनियों के शेयर चमक
आज दुनियाभर में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और मशीन लर्निंग (ML) जैसी टेक्नोलॉजी काफी चर्चा में हैं. यह हर इंडस्ट्री को प्रभावित कर रहा है.
रिलायंस का शेयर कई साल तक जैसे किसी गड्ढे में फंसा पड़ा था. इसी पीरियड में लोगों ने दूसरी कंपनियों में कई गुना माल कूट लिया था लेकिन साल 2021
इस साल फरवरी में रूस और यूक्रेन की जंग छिड़ी तो भारत के रक्षा हलके में भी बेचैन फैल गई. दोनों ही देश भारत को डिफेंस इक्विपमेंट और आर्म्स सप्लाई करते ह
अगर आपको यह समझ नहीं आता कि कौन से म्यूचुअल फंड में और कितने समय तक पैसा लगाया जाए, तो आप ड्यूरेशन फंड का सहारा ले सकते हैं.
फ्लोटर फंड या फ्लोटिंग रेट फंड अब एडवाइजर्स और क्लाइंट्स में लोकप्रिय होते जा रहे हैं. कहा जा रहा है कि अगले महीनों में ब्याज दरों के बढ़ते माहौल मे
शेयर मार्केट की गिरावट के बाद सभी कंपनियों की परेशानी बढ गई.
रूस-यूक्रेन की जंग जैसी कई वजहों से विदेशी निवेशक भारतीय बाजार छोड़कर निकल रहे हैं. हाल के वक्त में विदेशी संस्थागत निवेशकों यानी FII की बिकवाली
डेट म्यूचुअल फंड्स के बारे में लोगों के मन में कई सुनी-सुनाई धारणाएं होती हैं. जैसे 'डेट फंड में पैसा लगाना चाहिए क्योंकि ये सबसे सुरक्षित म्यूचुअल
बजाज फाइनेंस एक ऐसी कंपनी है जहां कंज्यूमर्स और इन्वेस्टर्स दोनों हैपी हैं...एक तो ये कंपनी आपको खरीदारी के लिए फाइनेंस मुहैया कराती है.