इन्वेस्टमेंट के मामले में बहुत लोग सीधे कॉन्सेप्ट पर चलते हैं. उनके पोर्टफोलियो में FD, म्यूचुअल फंड, PPF और स्टॉक्स होते हैं.
डीलिस्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी लिस्टेड कंपनी के शेयर को स्टॉक एक्सचेंजों से हटाया जाता है.
इंटरेस्ट रेट्स बढ़ने से निवेशकों को फायदा होगा या नुकसान? कब ब्याज दरों के नीचे जाने का दौर शुरू होता है और कब ऊपर चढ़ने का...इसे कैसे समझें?
अगर आपके पास 2-3 महीने के लिए पैसा फालतू पड़ा है तो बैंक में रखने की जगह आप इसे मनी मार्केट फंड में लगा सकते हैं. क्या होते हैं ये फंड
अगर आपके पास 2-3 महीने के लिए पैसा फालतू पड़ा है तो बैंक में रखने की जगह आप इसे मनी मार्केट फंड में लगा सकते हैं.
म्यूचुअल फंड्स की इक्विटी स्कीम्स में SIP गुजरे कुछ वक्त में काफी पॉपुलर हुए हैं.इनमें शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव के दौर में फायदा मिलता है.
HDFC बैंक के कमजोर परफॉर्मेंस का सिलसिला 2-3 साल से जारी है....गुजरे वक्त में निवेशकों ने इसमें शानदार माल बनाया है?
कई जानकार ऐसी राय देते हैं कि किसी स्थिर, सुरक्षित और लिक्विड डेट म्यूचुअल फंड में पैसा लगाना है तो बैंकिंग और पब्लिक सेक्टर डेट फंड में जाना
कच्चे तेल के रेट में उतार-चढ़ाव का शेयर बाजार पर क्या असर पड़ता है? क्या गोल्ड के रेट में बदलाव का शेयर बाजार से कोई संबंध है?
वॉरेन बफेट जैसे कई निवेशक बाजार के ट्रेंड को फॉलो नहीं करते और उसके उलट चलते हैं. वे कॉन्ट्रैरियन इनवेस्टर होते हैं.