दलाल स्ट्रीट पर एनालिस्ट्स पिज्जा बनाने वाली जुबिलेंट फूडवर्क्स आक्रामक ग्रोथ रणनीति को लेकर काफी उत्साहित हैं.
जुबिलेंट फूडवर्क्स को हाल में ही पोपेयेज फास्ट-फूड चेन के फ्रैंचाइजी राइट्स मिले हैं. इसे अपने आइकॉनिक चिकेन सैंडविच, स्पाइसी चिकेन और चिकेन टेंडर्स के लिए जाना जाता है.
इस घटनाक्रम को देखते हुए ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज फर्म HSBC ने 3,300 के टारगेट प्राइस के साथ इसे बाय रेटिंग दी है. पोपेयेज एक प्रमुख क्विक सर्विस रेस्टोरेंट (QSR) चिकेन ब्रैंड है. इसके पूरी दुनिया में 3,400 स्टोर हैं. जानकारों का कहना है कि QSR चिकेन एक ऊंची ग्रोथ वाली, कम पहुंच और कम प्रतिस्पर्धा वाली कैटेगरी है. माना जा रहा है कि जुबिलेंट भारत में अब चिकेन मार्केट पर कब्जे के लिए कोशिश करेगी. इस मार्केट पर अभी KFC का कब्जा है.
कोटक सिक्योरिटीज के मुताबिक, KFC का भारत में बर्गर एंड बिरयानी के साथ मुकाबला है. कंपनी के 460 स्टोर हैं और करीब 1,400 करोड़ रुपये की बिक्री के साथ इसका मार्केट पर दबदबा है.
जुबिलेंट फूडवर्क्स पांच साल में 250 पोपेयेज स्टोर खोलेगी. अगर कंपनी सब सही रहा तो कंपनी पांच साल में 1 अरब डॉलर की वैल्यूएशन हासिल कर सकती है. कोटक का कहना है, “हमें जुबिलेंट की आक्रामकता ठीक लग रही है. हम टैलेंट और टेक्नोलॉजी में निवेश पर रखेंगे.” ब्रोकरेज को 3,150 रुपये के साथ जुबिलेेंट की वैल्यू उचित लग रही है.
जुबिलेंट के शेयर पिछले एक साल में ही 100 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 2,952.75 रुपये पर पहुंच चुके हैं. HSBC ने कहा है कि मौजूदा वैल्यूएशन से करीब 18 फीसदी की लॉन्ग-टर्म अर्निंग्स ग्रोथ मिल सकती है.
HSBC ने कहा है, “अगर डोमिनोज एक मेन वैल्यू ड्राइवर के तौर पर केंद्र में रहता है तो हमें इसकी बढ़िया वैल्यूएशन दिखाई देती है.”