ट्रेडिंग वॉल्यूम के लिहाज से भारत के सबसे बड़े एक्सचेंज NSE पर 24 फरवरी को बड़ी टेक्निकल दिक्कत का सामना करना पड़ा जिससे लगभग 4 घंटों के लिए कारबोरा रुका रहा. F&O यानि वायदा कारोबार की फरवरी महीने की एक्पायरी से ठीक एक दिन पहले ऐसी टेक्निकल दिक्कत आना और बुरी खबर रही क्योंकि इससे कई ट्रेडर्स वायदा एक्सपायरी से पहले अपनी ओपन पोजिशन को स्क्वेयर ऑफ नहीं कर पाए यानि निकल नहीं पाए.
NSE के मुताबिक टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर्स के लिंक्स में दिक्कतों की वजह से सुबह 11.40 बजे सभी सेगमेंट्स में ट्रेडिंग रोक दी गई थी. एक्सचेंज ने कहा कि वे दो टेलीकॉम सर्विस कंपनियों की कनेक्टिविटी पक निर्भर करते हैं और दोनों की एक साथ खराब हो गए है जिससे ऐसी रुकावट हुई.
NSE ने अंत में दिक्कतें सुलझा ली और SEBI से निवेदन करने पर दोनों एक्सचेंज NSE और BSE ने ट्रेडिंग का समय 3.30 बजे के सामान्य समय से बढ़ाकर 5 बजे तक कर दिया.
हालांकि, ऐसी घटनाएं निवेशकों को याद दिलाती है कि उन्हें ऐसी हर परिस्थिति के लिए तैयार रहना है जिससे उनके निवेश को नुकसान हो सकता है.
मार्केट एक्सपर्ट मानते हैं कि NSE पर आई टेक्निकल दिक्कतों से कई सीख मिलती है और ये भी समझ आता है कि कैसे निवेशकों को अपने निवेश के लिए हेज यानि घाटा रोकने या उसकी भरपाई के लिए दूसरे प्लान के साथ तैयार रहना चाहिए.